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Kharmas 2023: खरमास में भूलकर भी न करें ये काम, वरना जीवन में आएगी परेशानियां

सनातन धर्म में खरमास के दौरान मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है। र्मिक मत के अनुसार अगर खरमास के दौरान मांगलिक कार्यों को करने से साधक को अशुभ फल की प्राप्ति होती है और जीवन में कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस बार खरमास 16 दिसंबर से लग रहा है और इसका समापन अगले वर्ष यानि 15 जनवरी को होगा।

By Jagran NewsEdited By: Pravin KumarUpdated: Fri, 15 Dec 2023 04:54 PM (IST)
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Kharmas 2023: खरमास में भूलकर भी न करें ये काम, वरना जीवन में आएगी परेशानियां

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Kharmas 2023: सनातन धर्म में खरमास के दौरान मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है। इस बार खरमास 16 दिसंबर से लग रहा है और इसका समापन अगले वर्ष यानि 15 जनवरी को होगा। मान्यता के अनुसार, खरमास के दौरान मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं। ऐसा माना जाता है कि खरमास में जगत के पालनहार भगवान विष्णु जी की विशेष पूजा करने से साधक को सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

धार्मिक मत के अनुसार, अगर खरमास के दौरान मांगलिक कार्यों को करने से साधक को अशुभ फल की प्राप्ति होती है और जीवन में कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आपको यह जान लेना बेहद आवश्यक है कि खरमास में कौन से काम नहीं करने चाहिए। आइए विस्तार से जानते हैं।

खरमास में न करें ये काम

  • खरमास के दौरान मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं। इस दौरान शुभ कार्य और विवाह करने से नवविवाहित जोड़े को शुभ फल की प्राप्ति नहीं होती है।

  • खरमास के दौरान मुंडन, गृह प्रवेश और सगाई नहीं करनी चाहिए।
  • इसके अलावा खरमास में घर बनवाने की शुरूआत न करें।
  • खरमास में तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • खरमास के महीने में नया वाहन न खरीदें। ऐसा माना जाता है कि खरमास में नया वाहन खरीदने से दुर्घटना के योग बनते हैं।
  • खरमास में बहू या बेटी की विदाई भूलकर भी नहीं करनी चाहिए।
  • यह भी पढ़ें: Kharmas 2023: क्या खरमास में कर सकते हैं तुलसी पूजा, यहां जानिए जरूरी नियम

    खरमास से लग रहा है खरमास

    दैनिक पंचांग अनुसार, सूर्य देव 16 दिसंबर को शाम 03 बजकर 58 मिनट पर वृश्चिक राशि से निकलकर धनु राशि में प्रवेश करेंगे। इसी दिन से खरमास की शुरूआत होगी। बता दें कि इस राशि में सूर्य देव 30 दिनों तक रहेंगे। जब सूर्य देव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तो मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं।

    Author- Kaushik Sharma

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'