Move to Jagran APP

Kharmas 2024: खरमास में तुलसी पूजन के समय ध्यान रखें ये बातें, देखने को मिलेंगे अच्छे परिणाम

धार्मिक दृष्टि से खरमास को एक शुभ समय नहीं माना जाता।साथ ही इस दौरान विवाह मुंडन आदि जैसे मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है। ऐसे में खरमास में तुलसी पूजा से संबंधित नियमों में भी कुछ बदलाव आ जाते हैं। इसलिए खरमास में इन नियमों को ध्यान जरूर रखना चाहिए ताकि व्यक्ति पर तुलसी जी की कृपा बनी रहे।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Thu, 14 Mar 2024 11:09 AM (IST)
Hero Image
Kharmas 2024 खरमास में तुलसी पूजन के समय ध्यान रखें ये बातें।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Tulsi Upay in Kharmas: मान्यताओं के अनुसार, जब सूर्य देव बृहस्पति की राशि यानी धनु या मीन राशि में प्रवेश करते हैं, तभी से खरमास की शुरुआत मानी जाती है। ऐसे में सूर्य 14 मार्च 2024 को मीन राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इस दिन से खरमास शुरू हो जाएगा। साथ ही इसका समापन 13 अप्रैल 2024 को होने जा रहा है। ऐसे में आइए जानते हैं खरमास में तुलसी से जुड़े कुछ काम जिन्हें करने से व्यक्ति को मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है। 

मिलेगी लक्ष्मी जी की कृपा

खरमास में भगवान विष्णु का पूजा करते समय उनके भोग में तुलसी के पत्ते जरूर डालें। मान्यताओं के अनुसार तुलसी के बिना विष्णु जी का भोग अधूरा माना जाता है। साथ ही खरमास में तुलसी जी की पूजा के दौरान घी की दीपक जरूर जलाएं और तुलसी की परिक्रमा करें। इससे साधक को मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त हो सकती है।

इन बातों का रखें ध्यान

खरमास में तुलसी में तुलसी पर कुछ चीजों को अर्पित करने की मनाही है। खरमास के दौरान भूलकर भी तुलसी पर सिंदूर या कोई सुहाग की सामग्री अर्पित नहीं करनी चाहिए। इसके साथ ही तुलसी पर दूर्वा भी अर्पित न करें। माना जाता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी रुष्ट हो सकती हैं। खरमास में तुलसी को दीपदान, जल दान और धूपदान दिया जा सकता है, लेकिन अन्य किसी प्रकार की पूजा करने से बचना चाहिए।

न करें ये गलतियां

खरमास में तुलसी के पौधे को स्पर्श करना शुभ नहीं माना जाता। ऐसे में तुलसी की पूजा करते समय इस बात का खास ख्याल रखें। माना जाता है कि खरमास में तुलसी को स्पर्श करने से तुलसी का पौधा दूषित हो जाता है। ऐसे में खरमास के महीने में तुलसी पूजन के दौरान तुलसी को हाथ लगाने और इसके पत्ते उतारने से बचना चाहिए।

WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करें

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'