Mehandipur Balaji Temple: मध्यकालीन भारत के इस मंदिर में भगाए जाते हैं भूत-प्रेत, देव दर्शन से बनते हैं सभी बिगड़े काम
Mehandipur Balaji Temple यह मंदिर राजस्थान राज्य के दौसा जिले के पास स्थित पहाड़ियों के बीच स्थित है। जयपुर से बालाजी हनुमान मंदिर की दूरी महज 65 किलोमीटर है। इस मंदिर के बारे में ऐसा कहा जाता है कि मंदिर 1 हजार वर्ष पुराना है।
नई दिल्ली, Mehandipur Balaji Temple: मंगलवार का दिन मंगल मूर्ति मारुति नंदन को समर्पित होता है। देशभर में सनातनी अनुयायी मंगलवार के दिन हनुमान जी की भक्ति भावना से पूजा उपासना करते हैं। हनुमान जी को मारुति नंदन, संकट मोचन, बजरंगबली, पवनपुत्र, महावीर जी आदि नामों से जाना जाता है। देशभर में हनुमान जी की कई प्रसिद्ध मंदिर हैं। इनमें एक मंदिर है- मेहंदीपुर बालाजी मंदिर है। यह मंदिर दुनियाभर में प्रसिद्ध है। इस मंदिर की गिनती दस सिद्धपीठों में होती है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु हर मंगलवार और शनिवार को बजरंगबली के दर्शन करने आते हैं और आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। ऐसी मान्यता है कि मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में जाने से भूत प्रेत का साया दूर हो जाता है। साथ ही बालाजी के दर्शन मात्र से दुःख और संकट दूर हो जाते हैं। आइए, मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के बारे में सबकुछ जानते हैं-
बालाजी हनुमान मंदिर, मेहंदीपुर
यह मंदिर राजस्थान राज्य के दौसा जिले के पास स्थित पहाड़ियों के बीच स्थित है। जयपुर से बालाजी हनुमान मंदिर की दूरी महज 65 किलोमीटर है। इस मंदिर के बारे में ऐसा कहा जाता है कि मंदिर 1 हजार वर्ष पुराना है। तत्कालीन समय में एक चट्टान में हनुमान जी की आकृति उभर आई थी। उस समय से लोग हनुमान जी की पूजा करने लगे। धीरे-धीरे लोगों में आस्था और प्रगाढ़ता बढ़ती गई। वर्तमान समय में यह मंदिर विश्व प्रसिद्ध है। इस मंदिर में हनुमान जी जागृत रूप में रहते हैं। इस मंदिर में प्रसाद और चढ़ावा लौटाया नहीं जाता है। इसका मतलब यह है कि आप प्रसाद घर नहीं ला सकते हैं।
कैसे पहुंचे बालाजी हनुमान मंदिर ?
अगर आप दिल्ली या दिल्ली के आसपास रहते हैं, तो आप सड़क या रेल मार्ग के जरिए जयपुर पहुंच सकते हैं। यहां से बालाजी हनुमान मंदिर आप सड़क मार्ग के जरिए जा सकते हैं। वहीं, पश्चिम और दक्षिण भारत के लोग गुजरात होकर बालाजी हनुमान मंदिर पहुंच सकते हैं। निकटतम एयरपोर्ट जयपुर है।