Benefits of Tulsi: ये तुलसी है, बड़े काम की चीज
तुलसी के पौधे के औषधीय गुणों से सभी वाकिफ है परंतु ज्योतिष शास्त्र में तुलसी के कुछ असाधारण प्रयोग है जिनको करने से आपको आश्चर्यजनक लाभ हो सकते हैं।
By Shilpa SrivastavaEdited By: Updated: Tue, 11 Aug 2020 11:30 AM (IST)
तुलसी के पौधे के औषधीय गुणों से सभी वाकिफ है परंतु ज्योतिष शास्त्र में तुलसी के कुछ असाधारण प्रयोग है जिनको करने से आपको आश्चर्यजनक लाभ हो सकते हैं। यहां ज्योतिषाचार्या साक्षी शर्मा बात रही है ऐसे ही कुछ असाधारण और अद्भुत प्रयोग जिनसे आपको आश्चर्य जनक लाभ होंगे और वो भी कुछ ही घंटों में।
धन धान्य की वृद्धि हेतुज्योतिष शास्त्र के अनुसार, तुलसी का संबंध बुध और मंगल ग्रह के साथ माना जाता है। इसलिए आप अपने पर्स या फिर अलमारी में तुलसी का एक पत्ता रख लें। यह पैसे को अपनी ओर आकर्षित करता है। साथ ही आप जहां पैसों का लेखा-जोखा लिखते हों, वहां तुलसी का पत्ता रख दें। ऐसा करने से आपके पास कभी धन-धान्य की कमी नहीं होगी।
कारोबार में सफलता हेतुकोरोना के दौर में व्यापार अगर सही नहीं चल रहा है तो तुलसी के पत्तों को तीन दिन तक पानी में रख दें। फिर पानी को फैक्ट्री, कारखाने या फिर दुकान के दरवाजे पर छिड़क दें। ऐसा करने से व्यापार में चल रही मंदी दूर होगी। साथ ही यह पॉजिटिव ऊर्जा चोरों को भी दूर रखेगी।
आर्थिक विकास हेतुशनिवार के दिन गेहूं में 100 ग्राम काले चने, 11 तुलसी के पत्ते और दो दाने केसर के मिला लें और इनको पिसवाने के लिए दे आएं। ऐसा करने से आर्थिक समृद्धि बढ़ेगी, साथ ही घर परिवार में सुख-शांति का वास होगा। साथ ही सुबह-शाम दीपक जलाने से सभी इच्छाएं पूरी होती हैं।नौकरी में स्थायित्व हेतुअगर मंदी की वजह से नौकरी जाने का डर लग रहा है या फिर प्रमोशन नहीं हो रहा है तो गुरुवार को तुलसी के पौधे को पीले कपड़े में बांधकर अपने कार्यस्थल पर रख दें। साथ ही सोमवार के दिन सुबह-सुबह सफेद कपड़े में तुलसी के 16 बीजों को ऑफिस की मिट्टी में दबा दें। ऐसा करने से आपकी नौकरी का डर दूर हो जाएगी, साथ ही प्रमोशन भी हो सकता है।
आज्ञाकारी संतान हेतुजो माता-पिता अपने पुत्र या पुत्री के जिद्दी होने से बहुत परेशान हैं। उनकी सन्तान उनके नियंत्रण में नहीं है और अपने माता-पिता का कहना नहीं मानती है। ऐसी स्थिति में पूर्व दिशा में रखे तुलसी के पौधे के तीन पत्ते किसी न किसी रूप में अपनी सन्तान को खिला दें। ऐसा करने से आपकी सन्तान आज्ञानुसार व्यवहार करने लगेगी।सभी मनोरथ सिद्ध करने हेतु
किसी कार्य की सफलता चाहते है तो कार्य के प्रारम्भ में तुलसी के 2 पत्तों को हथेली में रख कर 11 बार मंत्र पढ़े ॐ नमो भगवते वासुदेवाय। इसके बाद शुद्ध अंतःकरण से इन तुलसी दलों का सेवन करके कार्य प्रारंभ करें कार्य अवश्य ही सफल होगा।दाम्पत्य सुख के लिएयदि पति पत्नी में क्लेश बना रहता हो तो पत्नी को चाहिए कि वो शुक्ल पक्ष के किसी भी शुक्रवार को दूध मिश्रित जल से तुलसी के पौधे को सींचे। उसके बाद शाम को तुलसी में गाय के घी का दिया जलाये। 15 दिन में ही दंपती का परस्पर प्रेम लौट आएगा।