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तुलसी के अलावा Laddu Gopal को अर्पित करें ये चीजें, खुशियों से भर जाएगा घर

लड्डू गोपाल भगवान कृष्ण का बाल स्वरूप हैं और उनकी सेवा भी एक बच्चे की तरह ही की जाती है। माना जाता है कि भगवान लड्डू गोपाल को पूजा के दौरान तुलसी और मंजरी अर्पित करने से वह प्रसन्न होते हैं और साधक पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं। लेकिन तुलसी के साथ ही आप गोपाल जी को अन्य चीजें अर्पित करके भी उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Published: Sat, 22 Jun 2024 04:46 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jun 2024 04:46 PM (IST)
Laddu Gopal puja rules लड्डू गोपाल को अर्पित करें ये चीजें।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। आपसे कई परिवारों में लड्डू गोपाल को विराजमान होते हुए देखा होगा। माना जाता है कि यदि गोपाल जी की सेवा परिवार के सदस्य की तरह ही की जाए तो इससे घर में सुख-शांति का माहौल बना रहता है। लेकिन लड्डू गोपाल जी की पूजा के दौरान कई तरह के नियमों का भी ध्यान रखा जाता है। तभी साधक को पूजा का पूर्ण फल प्राप्त हो सकता है।

इस तरह अर्पित करें तुलसी

लड्डू गोपाल की पूजा में तुलसी अर्पित करना जरूरी माना गया और इसके बिना उनकी पूजा अधूरी मानी जाती है। ऐसे में तो तुलसी अर्पित करते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें कि पत्ते एकदम साबुत होने चाहिए। साथ ही लड्डू गोपाल को बासी तुलसी के पत्ते भी अर्पित नहीं करने चाहिए। हालांकि एकादशी और रविवार के दिन कान्हा जी को बासी तुलसी चढ़ाई जा सकती है, क्योंकि इस दिन तुलसी तोड़ना वर्जित माना जाता है।

इन बातों का भी रखें ध्यान

भगवान कृष्ण की तरह ही उनके बाल स्वरूप लड्डू गोपाल को भी शृंगार बहुत प्रिय माना गया है। ऐसे में स्नान करवाने के बाद लड्डू गोपाल जी को चंदन का तिलक लगाकर आभूषण आदि जरूर पहनाने चाहिए। साथ ही उनके शृंगार में मोर पंख और बांसुरी भी शामिल करें, क्योंकि इनके बिना लड्डू गोपाल का शृंगार अधूरा माना जाता है।

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जरूर लगाएं ये भोग

लड्डू गोपाल जी को माखन-मिश्री बहुत प्रिय मानी गई है। ऐसे में आप उन्हें भोग के रूप में माखन-मिश्री चढ़ा सकते हैं। वहीं, अगर आप अलग-अलग दिन लड्डू गोपाल को अलग-अलग भोग अर्पित करते हैं, तो इससे आपको विशेष कृपा की प्राप्ति हो सकती है। ऐसे में आप लड्डू, खीर और हलवे आदि का प्रसाद भी चढ़ा सकते हैं।

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।


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