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Lalbaugcha Raja के करने जा रहे हैं दर्शन, तो जाने से पहले रखें इन बातों का ध्यान

हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी को बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दौरान बप्पा की पूजा का विधान है। इस बार गणेश महोत्सव (Ganesh Chaturthi 2024 Date) की शुरुआत 7 सितंबर यानी बीते दिन हो चुकी है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान गणेश की पूजा करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। साथ ही सभी बिगड़े काम बन जाते हैं।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Sun, 08 Sep 2024 02:39 PM (IST)
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Lalbaugcha Raja 2024 Darshan niyam: दर्शन करते समय न करें ये काम
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। गणेश महोत्सव के पवित्र पर्व की शुरुआत हो चुकी है, जिसका इंतजार बप्पा के भक्तों को पूरे साल रहता है। इस पर्व को भक्त बड़े ही धूमधाम के साथ मनाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस कठिन व्रत का पालन करने से ज्ञान, सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही जीवन में शुभता का आगमन होता है। वहीं, इस शुभ अवसर (Ganesh Chaturthi 2024 Date) के दौरान लालबागचा राजा के दर्शन का भी विशेष महत्व है, तो आइए उनके दर्शन से पूर्व कुछ नियमों को जान लेते हैं, जो इस प्रकार हैं।

दर्शन करते समय न करें ये काम (Lalbaugcha Raja 2024 Darshan niyam)

  • लालबागचा राजा का दर्शन करने से ठीक एक दिन पहले प्याज, लहसुन और अन्य तामसिक भोजन का सेवन न करें।
  • केवल सात्विक भोजन बनाएं और उसका सेवन न करें।
  • किसी के प्रति ईर्ष्या का भाव न रखें।
  • किसी स्त्री का गलती से भी अपमान न करें।
  • बड़ों का अनादर न करें, इससे बप्पा नाराज हो सकते हैं।
  • पूजा में तुलसी पत्र शामिल न करें।
  • पूजा के दौरान सफेद चीजों को चढ़ाने से परहेज करें।

लालबागचा राजा की इस विधि से करें पूजा (Lalbaugcha Raja 2024 ki Puja Vidhi)

  • स्नान के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें।
  • लाल रंग के वस्त्र धारण करें।
  • बप्पा को मोदक, दुर्वा और शमी पत्र अर्पित करें।
  • वहीं खड़े होकर बप्पा के वैदिक मंत्र और स्तुति का पाठ करें।
  • आरती में भाग लेकर अपनी पूजा पूर्ण करें।
  • साथ ही वहां से निकलकर गरीबों को भोजन अवश्य कराएं।
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अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।