Laxmi Puja: शाम के समय करें ये काम, घर में सदैव रहेगा माता लक्ष्मी का वास
Laxmi Puja हिंदू धर्म में माता लक्ष्मी की पूजा बेहद कल्याणकारी मानी गई है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धन की देवी की पूजा से धन-वैभव का आशीर्वाद मिलता है। ज्योतिष शास्त्र में मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के कई सारे उपाय और नियम बताए गए हैं जिनका पालन करने से घर में बरकत बनी रहती है तो आइए जानते हैं -
By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Sat, 20 Jan 2024 01:23 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Laxmi Puja: सनातन धर्म में माता लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व है। ज्योतिष शास्त्र में उन्हें धन की स्वामिनी कहा गया है। देवी लक्ष्मी की पूजा शास्त्रों में बहुत शुभ मानी गई है। ऐसा माना जाता है कि धन की देवी की पूजा से सुख, शांति और समृद्धि का वरदान मिलता है।
ज्योतिष शास्त्र में माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के कई सारे उपाय और नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करने से उन्हें सदैव के लिए अपने घर में रोका जा सकता है। तो आइए जानते हैं -
गोधूलि बेला में करें ये काम
मां तुलसी की करें विशेष उपासनासनातन धर्म में तुलसी के पेड़ की पूजा बहुत अच्छी मानी जाती है। मां तुलसी भगवान विष्णु को बेहद प्रिय हैं, उनके बिना श्री हरि की पूजा पूर्ण नहीं मानी जाती है।
विष्णु प्रिया होने की वजह से वो मां लक्ष्मी को भी प्रिय हैं, ऐसे में जो जातक परिवार सहित मां तुलसी की पूजा करते हैं, उन्हें जल चढ़ाते हैं और उनके समक्ष दीया जलाते हैं उनके घर में सदैव माता लक्ष्मी का वास रहता है।
सूर्योदय और सूर्यास्त के समय करें यह कामयदि आप आर्थिक मुश्किलों से घिरे हुए हैं, तो आपको सूर्योदय और सूर्यास्त के समय मां लक्ष्मी की पूजा जरूर करनी चाहिए। शास्त्रों में इस समय की पूजा बेहद फलदायी और कल्याणकारी मानी गई है। साथ ही इस दौरान पूजा करने से आर्थिक तंगी से निजात मिलती है।तुलसी की करें परिक्रमाज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शाम को तुलसी के पौधे के सामने घी का दीपक जलाना चाहिए। इसके साथ ही उनकी परिक्रमा करना चाहिए, जो जातक इस नियम को रोजाना करते हैं, उनके घर में कभी पैसों की कमी नहीं रहती है।
यह भी पढ़ें: Laddu Gopal: लड्डू गोपाल जी को सुलाने से पहले ध्यान रखें ये बातें, खुशियों से भर जाएगा घरडिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी'।