Laxmi Vaibhav Vrat पर करें सिंदूर से जुड़े ये उपाय, मां लक्ष्मी की कृपा से भरा रहेगा धन भंडार
हिंदू धर्म में सिंदूर को सुहाग के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। ऐसे में यदि आप माता लक्ष्मी को समर्पित शुक्रवार के दिन सिंदूर से जुड़े कुछ उपाय करते हैं तो इससे आपको जीवन में कई तरह के लाभ मिल सकते हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं कि शुक्रवार के दिन आप किस तरह मां लक्ष्मी प्रसन्न कर सकते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। कई लोग शुक्रवार के दिन लक्ष्मी वैभव व्रत भी रखते हैं। यह व्रत मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति के लिए बहुत ही उत्तम माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को करने से भक्तों को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। ऐसे में आप इस दिन सिंदूर से जुड़े कुछ उपाय भी कर सकते हैं। चलिए जानते हैं वह उपाय।
जरूर करें ये काम
आप लक्ष्मी वैभव व्रत के दिन मां लक्ष्मी की पूजा के दौरान उन्हें चुटकी भर सिंदूर अर्पित करना चाहिए। साथ ही इस दौरान आप इस मंत्र का जाप भी कर सकते हैं। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और साधक पर अपनी दया दृष्टि बनाए रखती हैं।
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥
अर्पित करें ये चीजें
भव लक्ष्मी व्रत की पूजा के दौरान मां लक्ष्मी को लाल फूल पर सिंदूर लगाकर अर्पित करना चाहिए। इस उपाय को करने से भक्त पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहती है। इसके साथ ही आप शुक्रवार के दिन पूजा में लक्ष्मी को एकाक्षी नारियल पर सिंदूर का टीका लगाकर भी अर्पित कर सकते हैं। इससे जीवन में आ रही सभी दुख-परेशानियां दूर हो सकती हैं।
यह भी पढ़ें - Maa Laxmi: मां लक्ष्मी की पूजा करते समय करें इस चालीसा का पाठ, बन जाएंगे सारे बिगड़े काम
तिजोरी में रखें ये चीज
यदि आप धन संबंधी समस्या से जूझ रहे हैं, तो इसके लिए मां लक्ष्मी को अर्पित किए गए सिंदूर को एक लाल रंग के कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें। इससे धन लाभ के योग बनने लगते हैं।
यह भी पढ़ें - Guru Pradosh Vrat 2024: कब है सावन माह का पहला प्रदोष व्रत? नोट करें शुभ मुहूर्त, तिथि एवं पूजा विधि
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।