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Lizard on Body: कैसा होता है शरीर पर छिपकली का गिरना, जानिए क्या कहता है शकुन शास्त्र

छिपकली के शरीर पर गिरने से कोई भी डर सकता है लेकिन शकुन शास्त्र की मानें तो इसका एक खास अर्थ होता है। साथ ही शकुन शास्त्र में यह भी बताया गया है कि छिपकली के शरीर पर अलग-अलग अंग पर गिरने से व्यक्ति को अलग-अलग संकेत मिल सकते हैं तो चलिए जानते हैं कि शरीर के किस अंग पर छिपकली का गिरना क्या संकेत देता है।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Thu, 11 Jul 2024 03:01 PM (IST)
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Chipkali ka girna क्या अशुभ होता है शरीर पर छिपकली का गिरना?

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। शकुन शास्त्र असल में प्रकृति के संकेतों से प्राप्त शुभ या अशुभ घटनाओं को दर्शाने वाले संकेत होते हैं, जो हमें बताते हैं कि इन संकेतों का हमारे भविष्य पर क्या प्रभाव पड़ सकता है। शकुन शास्त्र में रोजमर्रा के जीवन में मिलने वाले कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताया गया है, जो भविष्य के बारे में शुभ या फिर संकेत दे सकते हैं। छिपकली का शरीर पर गिरना भी उन्हीं में से एक है।

छिपकली के गिरना शुभ या अशुभ

शकुन शास्त्र के अनुसार, अगर आपके शरीर पर छिपकली गिर जाती हैं, तो इसे एक शुभ संकेत माना जाता है। यह व्यक्ति को धन लाभ और सम्मान प्राप्ति का संकेत देता है। इसका एक अर्थ यह भी माना जाता है कि जल्द ही व्यक्ति का भाग्योदय होने वाला है। वहीं अगर किसी व्यक्ति के पेट पर छिपकली गिरती है, तो इसका अर्थ माना जाता है कि आपको किसी आभूषण की प्राप्ति हो सकती है।

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मिलते हैं ये संकेत

शकुन शास्त्र में माना गया है कि यदि किसी व्यक्ति के गर्दन पर छिपकली गिरती है, तो इससे उस व्यक्ति के यश में वृद्धि हो सकती है। वहीं दाएं हाथ पर छिपकली गिरने का अर्थ है कि उस व्यक्ति को धन लाभ होने वाला है। शकुन शास्त्र में यह भी माना गया है कि दाहिने कंधे पर छिपकली गिरने से व्यक्ति का रुका हुआ काम पूरा हो सकता है।

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इन अंगों पर गिरना है अशुभ

किसी व्यक्ति के बाएं हाथ पर छिपकली गिरना शुभ नहीं माना जाता। इसी प्रकार बाएं कंधे पर गिरना भी अच्छा नहीं माना जाता है। इसका अर्थ है कि आपके दुश्मन बढ़ सकते हैं।

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।