Lord Ram And Kinnar Story: किन्नरों को मिला था भगवान राम से ये खास वरदान, जानें क्यों फलता है इनका दिया आशीर्वाद
आपने अक्सर सुना होगा कि किन्नरों के मुख से निकला हुआ आशीर्वाद व श्राप कभी खाली नहीं जाता है जिसके चलते लोग उन्हें नाराज करने से बचते हैं। साथ ही उनकी सभी इच्छाओं को पूरी करने की कोशिश करते हैं। हालांकि यह बात बहुत कम लोग जानते हैं कि आखिर क्यों किन्नरों का दिया गया आशीर्वाद कभी व्यर्थ नहीं जाता है? तो चलिए जानते हैं -
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। किन्नरों को आपने अक्सर शादी-ब्याह या अन्य किसी मांगलिक कार्यों में देखा होगा, जहां कहीं भी शुभ कार्यों का आयोजन होता है वे स्वयं ही उस जगह पर पहुंच जाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, उनके मुख से निकला हुआ आशीर्वाद या श्राप कभी खाली नहीं जाता है।
यही कारण है कि लोग उनकी सभी इच्छाओं को पूरी करने की कोशिश करते हैं। हालांकि यह बात बहुत कम लोग जानते हैं कि आखिर क्यों किन्नरों का दिया गया आशीर्वाद कभी व्यर्थ नहीं जाता है? तो आइए यहां जानते हैं -
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14 साल किन्नरों ने किया था श्रीराम का इंतजार
जब प्रभु श्रीराम (Lord Ram) 14 वर्ष के वनवास के लिए जा रहे थे, तब पूरी अयोध्या नगरी उन्हें छोड़ने के लिए आई थी, जिसमें किन्नर समाज भी शामिल था। कोई भी दशरथ पुत्र को अकेले छोड़ने के लिए तैयार नहीं था। सभी उनके पीछे-पीछे वन की ओर बढ़ रहे थे, यह देखकर भगवान राम ने सभी से प्रेम पूर्वक कहा कि 'सभी नर और नारी अपने -अपने घर को वापस चले जाएं, मैं बहुत जल्द ही लौटकर वापस आऊंगा'।
उनकी इस बात को सुनकर सभी स्त्री और पुरुष तो वहां से वापस लौट गए, लेकिन किन्नर समाज के लोग वहीं खड़े होकर 14 साल के लिए राम जी का इंतजार करते रहें।