Move to Jagran APP

Lord Ram Bhog: भगवान राम को पसंद हैं ये 5 चीजें, अर्पित करने पर मिलेगा मनचाहा वरदान

Lord Ram Bhog सनातन धर्म में श्रीराम की पूजा का बेहद महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि सच्ची भक्ति के साथ भगवान राम की पूजा करने से वे मनचाही इच्छा पूरी करते हैं। हालांकि उन्हें प्रसन्न करने के और भी दूसरे तरीके हैं जैसे कि उनके प्रिय भोग। तो आइए रघुराई के प्रिय भोग के बारे में जानते हैं।

By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Tue, 23 Jan 2024 11:44 AM (IST)
Hero Image
Lord Ram Bhog: भगवान राम के प्रिय भोग
धर्म डेस्क, नई दिल्ली।Lord Ram Bhog: रामलला अब अपनी जन्मभूमि में विराजमान हो चुके हैं। सनातन धर्म में भगवान राम की पूजा का विशेष महत्व है। उनकी उपासना लोगों के लिए मात्र भक्ति नहीं है, बल्कि भावनाएं हैं। ऐसा कहा जाता है सच्ची भक्ति के साथ प्रभु राम की पूजा करने से वे मनचाही इच्छा पूरी करते हैं। हालांकि उन्हें प्रसन्न करने के और भी तरीके हैं, जैसे कि उनके प्रिय भोग। तो आइए रघुराई के प्रिय भोग के बारे में जानते हैं।

भगवान राम के प्रिय भोग

तुलसी पत्र

घर में भगवान राम की पूजा करते समय आपको तुलसी पत्र अवश्य चढ़ाना चाहिए, क्योंकि तुलसी पत्र चढ़ाए बिना उनकी पूजा अधूरी मानी जाती है।

चावल की खीर

ऐसी मान्यता है कि चावल की खीर भगवान राम को बेहद प्रिय है, इसलिए भक्तों को पूजा करते समय भगवान राम को खीर का भोग जरूर लगाना चाहिए।

सूजी का हलवा

प्रभु श्रीराम को सूजी का हलवा अर्पित करना शुभ माना जाता है, लेकिन इस बात का ध्यान रहे हलवा घर पर ही बना हुआ हो। ऐसी मान्यता है कि जो लोग राम भगवान को हलवा का भोग लगाते हैं, उनके रिश्तों में सदैव मिठास बनी रहती है।

पंजीरी

पंजीरी का भी भोग राम जी को अर्पित किया जाता है। इसे तैयार करने के लिए गेहूं के आटे को देशी घी में भून लें और फिर इसे ठंडा होने दें, फिर इसमें चीनी का बूरा डालें और केले को टुकड़ों में काट कर पंजीरी में डाल दें। आप चाहें तो इसमें सूखे मेवे भी मिला सकते हैं। यह भोग रामलला को बहुत पसंद है।

पंचामृत

कच्चा दूध, दही, शहद, गाय का घी और चीनी को एक साथ मिला लें। तुलसी पत्र मिलाने के बाद यह पवित्र मिश्रण पंचामृत का रूप ले लेता है, जो भगवान राम को बेहद प्रिय है।

यह भी पढ़ें: Paush Purnima 2024: पौष पूर्णिमा पर स्नान दान का है विशेष महत्व, मिलते हैं अनेकों लाभ

डिसक्लेमर- 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/जयोतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देंश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी'।