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Lord Shiva: इन कारणों से राजा दक्ष नहीं करते थे भगवान शिव को पसंद, जानिए पौराणिक कथा

Lord Shiva शास्त्रों में कई पौराणिक कथाएं मौजूद हैं। ऐसी ही एक कथा है राजा दक्ष का भगवान शिव को पसंद न करना। अपनी इसी नफरत के चलते दामाद होने के बावजूद उन्होंने भगवान शिव को यज्ञ में आमंत्रित नहीं किया था। लेकिन क्या आप इसका कारण जानते हैं। इसे लेकर भी कई तरह की कथाएं प्रचलित हैं। चलिए जानते हैं उन कारणों के बारे में।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Fri, 14 Jul 2023 01:45 PM (IST)
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Lord Shiva राजा दक्ष भगवान शिव को पसंद क्यों नहीं करते थे।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Lord Shiva: सनातन संस्कृति में देवों के देव महादेव सबसे ज्यादा पूजे जाने वाले भगवान हैं। ऐसा माना जाता है कि उनकी आराधना करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं साथ ही सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। माता सती के पिता प्रजापति दक्ष भगवान शिव को जरा भी पसंद नहीं करते थे। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इसके पीछे कई कारण मिलते हैं। आइए जानते हैं कि वह क्या कारण थे।

इस कारण नहीं करते थे पसंद

माता सती भगवान शिव की पहली पत्नी हैं। वह प्रजापति दक्ष की पुत्री थीं। राजा दक्ष ने अपनी तपस्या से भगवती को प्रसन्न  भगवान शिव को जरा भी आद्या को प्रसन्न किया जिसके बाद माता भगवती ने ही सती के रूप में उनके घर में जन्म लिया। देवी भगवती का रूप होने के कारण सती दक्ष की सभी पुत्रियों में सबसे अलौकिक थीं। सती भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी। उन्हें इस तपस्या का फल भी प्राप्त हुआ और उन्हें शिव पति के रूप में प्राप्त हुए। लेकिन राजा दक्ष उन्हें अपनी बेटी के लिए एक योग्य वर नहीं मानते थे। यही कारण है कि विवाह के बाद भी शिवजी को जमाई के रूप में राजा दक्ष ने उन्हें कभी नहीं अपनाया था।

और भी हैं कारण

प्रचलित कथाओं के अनुसार एक बार एक यज्ञ का आयोजन में जहां पर सभी देवी-देवता मौजूद थे वहां राजा प्रजापति भी पहुंचे। इस यज्ञ में जब वह पहुंचे तो सभी देवी-देवताओं और अन्य राजाओं ने खड़े होकर राजा दक्ष का स्वागत किया। लेकिन ब्रह्माजी के साथ शिवजी भी बैठे रहें। तब इसको देखते हुए राजा दक्ष ने इसे अपना अपमान समझा और शिव के प्रति कई तरह के अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया।

शिव जी ने काट दिया था ब्रह्मा का सिर

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, ब्रह्मा जी ने मानस पुत्र के रूप में राजा दक्ष को जन्म दिया था। शास्त्रों के अनुसार ब्रह्मा जी जब संसार की रचना कर रहे थे तब उन्होंने बेहद सुंदर स्त्री को बनाया, जो थी सतरूपा।  वो इतनी सुंदर थी कि खुद ब्रह्मा जी उन पर मुग्ध और उन्हें टकटकी बांधकर निहारने लगे। शिव जी की दृष्टि से सतरूपा ब्रह्मा की पुत्री जैसी थीं, इसलिए उन्हें यह घोर पाप लगा और ब्रह्मा जी का पांचवा सिर काट दिया। यह भी एक कारण है कि इसे अपने पिता अपमान समझकर दक्ष भगवान शिव को पसंद नहीं करते थे।

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