Lord Surya Arghya: आखिर क्यों सूर्य देव को खड़े होकर अर्घ्य देना चाहिए? जानिए इसके पीछे की वजह
Lord Surya Arghya भगवान सूर्य की पूजा शास्त्रों में बहुत ही कल्याणकारी मानी गई है। कहा जाता है सूर्य पूजा से शरीर और मन के अंदर की नकारात्मकता का अंत होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसलिए हर जातक को रोज सुबह उठकर भगवान सूर्य की उपासना अवश्य करनी चाहिए। इससे जीवन में धन-वैभव और यश सदैव बना रहता है।
By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Tue, 02 Jan 2024 11:43 AM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Lord Surya Arghya Vidhi: भगवान सूर्य को ग्रहों का राजा माना गया है। रविवार के दिन सूर्य देव की पूजा का विधान है। सूर्य देव की आराधना के लिए यह दिन बहुत ही शुभ माना जाता है। हालांकि सूर्य पूजा हर दिन फलदायी मानी गई है।
ऐसा कहा जाता है कि अगर कुंडली में सूर्य बलवान हो, तो जीवन में धन-वैभव और यश सदैव बना रहता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को रोज सुबह उठकर भगवान सूर्य (Lord Surya Arghya) को अर्घ्य देना चाहिए।
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सूर्यदेव को खड़े होकर ही जल क्यों चढ़ाना चाहिए?
शास्त्रों और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान सूर्य को जल चढ़ाना बहुत ही शुभ माना जाता है। अक्सर आपने लोगों को देखा होगा कि लोग खड़े होकर सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं, जबकि हिंदू धर्म में पूजा-पाठ बैठकर करने का विधान है। दरअसल, खड़े होकर जल चढ़ाने से शरीर के सातों चक्र जागृत हो जाते हैं, जिनसे हमारे अंदर तेज का प्रवेश होता है।साथ ही इससे शरीर और मन के अंदर की नकारात्मकता का अंत होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। वहीं बैठकर जल चढ़ाने को लेकर कहा जाता है कि जल पैरों को छु जाता है, जिसके चलते अर्घ्य की पवित्रता नष्ट होती है और दोष उत्पन्न होता है।
भगवान सूर्य को अर्घ्य देते समय इन मंत्रों का करें जाप
- ॐ खगय नम:
- ॐ पुष्णे नम:
- ॐ मारिचाये नम:
- ॐ आदित्याय नम:
- ॐ सावित्रे नम:
- ॐ आर्काय नम:
- ॐ हिरण्यगर्भाय नम:
- ॐ सूर्याय नम:
- ॐ भास्कराय नम:
- ॐ रवये नम:
- ॐ मित्राय नम:
- ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यः धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ॥