Lord Vishnu Puja: खरमास के दौरान भगवान विष्णु की करें विशेष पूजा, जानें इसका सही तरीका
Kharmas 2023-2024 खरमास सनातन धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण समय है क्योंकि इस दौरान सूर्य अपनी स्थिति बदलते हैं। इस महीने के दौरान लोगों को धार्मिक कार्य अवश्य करना चाहिए जैसे -पवित्र नदी में स्नान करना मंदिरों के दर्शन करना और भगवान सूर्य को जल चढ़ाना। इसके अलावा मंत्रों का जाप गीता और रामायण का पाठ करना भी कल्याणकारी माना गया है।
By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Tue, 02 Jan 2024 10:49 AM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Kharmas 2023-2024: खरमास, जिसे हिंदू धर्म में मलमास के नाम से भी जाना जाता है। इसका आरंभ 16 दिसंबर से हो चुका है और इसका समापन 15 जनवरी को होगा। सनातन धर्म में इस महीने किसी भी नए और शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस दौरान भगवान सूर्य अपनी स्थिति बदलते हैं और वृश्चिक से धनु राशि तक यात्रा करते हैं।
हालांकि इस माह धार्मिक कार्यों पर जोर दिया जाता है। शास्त्रों में कहा जाता है कि खरमास के दौरान भगवान विष्णु की पूजा करने से जीवन की नकारात्मकता दूर होती है। तो आइए जानते हैं इस महीने कैसे श्री हरि को प्रसन्न करें?
इस विधि से करें भगवान विष्णु की पूजा
- भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए अगर इस माह उनकी विधिपूर्वक पूजा की जाए, तो वे बहुत जल्द प्रसन्न हो जाते हैं। साथ ही माता लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। सुबह उठकर पवित्र स्नान करें। घर और मंदिर की सफाई करें। इसके बाद नारायण की प्रतिमा स्थापित करें। भगवान का पंचामृत से अभिषेक करें।
- हल्दी या फिर गोपी चंदन का तिलक लगाएं। पीला फूल अर्पित करें। बेसन के लड्डू का भोग लगाएं। विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें। अंत में आरती से पूजा का समापन करें और फिर शंखनाद जरूर करें। परिवार के सभी लोगों में प्रसाद बांटे।
खरमास का महत्व
खरमास सनातन धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण समय है, क्योंकि इस दौरान सूर्य अपनी स्थिति बदलते हैं। इस महीने के दौरान लोगों को धार्मिक कार्य अवश्य करना चाहिए, जैसे -पवित्र नदी में स्नान करना, मंदिरों के दर्शन करना और भगवान सूर्य को जल चढ़ाना।
इसके अलावा मंत्रों का जाप, गीता और रामायण का पाठ करना भी बहुत ही कल्याणकारी माना गया है। बता दें, खरमास माह तीर्थयात्रा करने के लिए बेहद शुभ माना जाता है।
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