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Chanakya Niti: इन 3 जगहों पर स्वयं चलकर आती हैं मां लक्ष्मी, आय और सौभाग्य में हमेशा होती है वृद्धि

Chanakya Niti शास्त्रों में निहित है कि मां लक्ष्मी बेहद चंचल हैं। एक जगह पर ज्यादा देर तक नहीं ठहरती हैं। इसके लिए व्यक्ति के जीवन में सुख-दुख का अनुक्रम चलता है। अतः धन की देवी मां लक्ष्मी की नियमित रूप से पूजा करनी चाहिए। आचार्य चाणक्य ने भी अपनी रचना नीति शास्त्र में धन पर विस्तार से विवेचना की है।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Mon, 04 Sep 2023 01:36 PM (IST)
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Chanakya Niti: इन 3 जगहों पर स्वयं चलकर आती हैं मां लक्ष्मी, आय और सौभाग्य में हमेशा होती है वृद्धि
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क । Chanakya Niti: सनातन धर्म में हर शुक्रवार पर धन की देवी मां लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है। साथ ही शुक्रवार के दिन व्रत उपवास भी रखा जाता है। धार्मिक मान्यताएं हैं कि मां धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा करने से घर में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहती है। हालांकि, शास्त्रों में निहित है कि मां लक्ष्मी बेहद चंचल हैं। एक जगह पर ज्यादा देर तक नहीं ठहरती हैं। इसके लिए व्यक्ति के जीवन में सुख-दुख का अनुक्रम चलता है। अतः धन की देवी मां लक्ष्मी की नियमित रूप से पूजा करनी चाहिए। आचार्य चाणक्य ने भी अपनी रचना 'नीति शास्त्र' में धन पर विस्तार से विवेचना की है। नीति शास्त्र में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि तीन जगहों पर धन की देवी मां लक्ष्मी स्वयं चलकर आती हैं। आइए, इन 3 जगहों के बारे में जानते हैं-

मूर्खा यत्र न पूज्यन्ते धान्यं यत्र सुसञ्चितम्।

दाम्पत्ये कलहो नास्ति तत्र श्री: स्वयमागता॥

  1. आचार्य चाणक्य अपनी रचना नीति शास्त्र में कहते हैं कि जिस घर या जगह पर मूर्खों की पूजा या प्रशंसा नहीं होती है। उस स्थान पर धन की देवी मां लक्ष्मी अवश्य विराजती हैं। कहने का तात्पर्य यह है कि घर में कपूत होने से धन का नाश होना निश्चित है। वहीं, मूर्खों की राय लेकर काम करने से असफलता मिलने की संभावना अधिक रहती है। इससे धन की हानि होती है।
  2. आचार्य चाणक्य का कहना है कि जिन घरों में अन्न का भंडारण अधिक होता है। उन घरों में मां लक्ष्मी अवश्य विराजती हैं। अन्न भंडारण से मां अन्नपूर्णा प्रसन्न होती हैं। उनकी कृपा से घर में अन्न और धन की कभी कमी नहीं होती है। अतः घर में भविष्य या संकट काल हेतु भी अन्न का भंडारण करना चाहिए। इससे धन की देवी मां लक्ष्मी भी प्रसन्न रहती हैं। उनकी कृपा सदा साधक यानी घरवालों पर बरसती है।
  3. वास्तु दोष के चलते परिवार के सदस्यों के मध्य कलह की स्थिति बनी रहती है। वहीं, कुंडली मिलान में गण या गुण न मिलने के चलते भी पति-पत्नी के मध्य कलह की स्थिति बनी रहती है। इस स्थिति में धन की देवी मां लक्ष्मी रुष्ट होकर घर से पलायन कर जाती हैं। वहीं, जिन घरों में पति-पत्नी के मध्य रिश्ते मधुर और मजबूत होते हैं। उन घरों में मां लक्ष्मी स्वयं चलकर आती हैं। अतः मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए इन बातों का अवश्य ख्याल रखें।
डिसक्लेमर-'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'