Move to Jagran APP

Magha Purnima 2024: माघ पूर्णिमा के दिन इन कार्यों से करें परहेज, वरना बिगड़ सकता है बनता हुआ काम

माघ पूर्णिमा ( Magha Purnima 2024) का दिन बेहद पवित्र माना जाता है। इस खास दिन पर श्री हरि विष्णु और सत्यनारायण भगवान की पूजा का विधान है। पूर्णिमा तिथि के अनुष्ठानों में गंगा नदी के पवित्र जल में डुबकी लगाना भी शामिल है। इसके साथ ही इस दौरान साधक चंद्रमा भगवान की पूजा करते हैं और सुख-शांति की प्रार्थना करते हैं।

By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Fri, 23 Feb 2024 09:09 AM (IST)
Hero Image
Magha Purnima 2024: माघ पूर्णिमा के दिन इन कार्यों से करें परहेज
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Magha Purnima 2024: माघ पूर्णिमा का दिन हिंदुओं के लिए बेहद खास और शुभ होता है। इस साल यह तिथि 24 फरवरी, 2024 दिन शनिवार को पड़ रही है। इस विशेष दिन पर लोग भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और सत्यनारायण व्रत रखते हैं। साथ ही मंदिर जाकर या फिर घर में भगवान की विधिपूर्वक पूजा करते हैं।

अनुष्ठानों के एक अभिन्न अंग में गंगा नदी के पवित्र जल में डुबकी लगाना भी शामिल है। इसके साथ ही इस खास दिन पर भक्त चंद्रमा भगवान से प्रार्थना करते हैं और अपने घर की समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगते हैं।

माघ पूर्णिमा तिथि और समय

हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ पूर्णिमा 23 फरवरी दोपहर 03 बजकर 33 मिनट पर शुरू होगी। साथ ही इसका समापन अगले दिन यानी 24 फरवरी 2024 को शाम 05 बजकर 59 मिनट पर होगा। सनातन धर्म में उदया तिथि का महत्व है, इस वजह से पूर्णिमा 24 फरवरी को मनाई जाएगी।

माघ पूर्णिमा के दिन इन कार्यों से करें परहेज

  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, माघ पूर्णिमा के दिन तामसिक भोजन से बचना चाहिए।
  • इस विशेष दिन शराब का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
  • धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पूर्णिमा के दिन तुलसी, आंवला, केला और पीपल के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए, क्योंकि माना जाता है कि इन पौधों में भगवान विष्णु निवास करते हैं, जिसके चलते इन्हें तोड़ने से बचना चाहिए।
  • इस दिन काले रंग के वस्त्र धारण करने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि यह हमारे जीवन पर बुरा प्रभाव डालते हैं।
  • पूर्णिमा के दिन भूलकर भी बाल, नाखून आदि भी नहीं कटवाना चाहिए, जो लोग यह नहीं मानते हैं उन्हें आर्थिक मुश्किलों से गुजरना पड़ता है।
  • इस विशेष दिन पर किसी के बारे में बुरा बोलने से बचना चाहिए।
यह भी पढ़ें: Kuber 108 Names: भगवान कुबेर को बेहद प्रिय है यह दिन, ऐसे करें उन्हें प्रसन्न

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।