MahaShivaratri 2019: बेलपत्र हो या शमी सबसे होते हैं शिव प्रसन्न अपनी राशि अनुसार सामग्री से पूजन कर पायें लाभ
सोमवार 4 मार्च को Maha Shivaratri 2019 का पर्व होगा इस दिन राशि अनुसार शिव जी की प्रिय सामग्री अर्पित करके पूजन करने से आप अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
By Molly SethEdited By: Updated: Mon, 04 Mar 2019 04:26 PM (IST)
ये है पूजन का मुहूर्त
पंडित दीपक पांडे के अनुसार महाशिवरात्रि की पूजा बिना रात्रि जागरण के पूर्ण नहीं मानी जाती है। इस बार ये पर्व 4 मार्च सोमवार को मनाया जायेगा जो अत्यंत शुभ संयोग है। इस वर्ष पूजन के चार अत्यंत शुभ मुहूर्त हैं। पहला सांय 6.01 से 9.09 तक, दूसरा 9.10 से 12.18 तक, तीसरा 12.19 से भोर काल 3.28 तक आैर चौथा 3.29 से प्रात 6.34 तक। अभिषेक का है महत्व
महा शिवरात्रि पर शिव आराधना आैर अभिषेक बहुत फलदायी होती है। शिव को योग, साधना, आैर ज्ञान का भी स्वरूप माना जाता है। शिवरात्रि पर अभिषेक करने से भक्तों को धन, समृद्घि आैर मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही बीमारी से मुक्ति मिलती है, संतान आैर सुख का आर्शिवाद मिलता है आैर मुसीबतों से भी छुटकारा मिलता है। शुद्घ जल, कुश युक्त जल, तीर्थ स्थलों की नदियों के जल, गनने के रस, विभिन्न पुष्पों दही, दूध, शीतल जल से अभिषेक करना सर्वाधिक शुभ फलदायी माना जाता है।राशि अनुसार करें पूजन
शिव भोलेनाथ हैं आैर सहज पूजा से खुश हो जाते हैं। एेसे में विभिन्न राशि वाले कुछ खास सामग्री से पूजा कर उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं। इसके लिए मेष राशि वाले समी के पुष्प से, वृष राशि वाले आक के फूल से, मिथुन राशि वाले समी के पत्तों से, कर्क राशि वाले बेल पत्रों से, सिंह राशि वाले धतूरे से, कन्या राशि के लोग समी के पत्तों आैर कनेर के पुष्प से, तुला राशि वाले अकौड़े के पत्तों से, वृश्चिक राशि वाले समी के पुष्पों से, धनु राशि वाले बेल पत्र से मकर राशि वाले नीलकमल के फूल से, कुंभ राशि वाले कनेर के पुष्प से आैर मीन राशि वाले बेल पत्र आैर कनेर के पुष्पों से पूजा करें। इस प्रकार पूजा करने से शुभ लाभ मिलता है।