Mahalakshmi Vrat 2023: महालक्ष्मी व्रत के समापन में कुछ ही दिन रह गए हैं शेष, ऐसे करें धन की देवी को प्रसन्न
Mahalakshmi Vrat 2023 सनातन धर्म में महालक्ष्मी व्रत विशेष महत्व रखता है। यह व्रत मुख्यतः माता लक्ष्मी का आराधना के लिए समर्पित है। जिसभी जातक पर माता लक्ष्मी की कृपा होती है उसके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि महालक्ष्मी व्रत के दौरान किन उपायों को करने से धन की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न किया जा सकता है।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Tue, 03 Oct 2023 05:57 PM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म। Mahalakshmi Vrat Upay: प्रत्येक वर्ष भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत होती है। साथ ही इसका समापन आश्विन मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को किया जाता है। यह व्रत कम से कम 16 दिनों तक रखा जाता है। इस साल महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत 22 सितंबर 2023, शुक्रवार के दिन से हुई थी, जिसका समापन 06 अक्टूबर 2023, शुक्रवार के दिन होगा।
16 दिनों तक करें ये काम (Mahalakshmi Vrat Upay)
इस बात का ध्यान रखें कि महालक्ष्मी व्रत के दौरान 16 दिनों तक केवल सात्विक भोजन ही ग्रहण करें। आप 16 दिनों तक घी की अखंड ज्योत भी जला सकते हैं। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं जिससे व्यक्ति के सौभाग्य में वृद्धि होती है। साथ ही इस दौरान प्रवेश द्वार के एक ओर घी का दीपक जलाएं। इससे भी मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यदि आप व्रत रखते हैं तो महालक्ष्मी व्रत के दौरान 16 दिनों तक महालक्ष्मी व्रत कथा सुनें।
पूजा के दौरान अर्पित करें ये चीजें
महालक्ष्मी व्रत की पूजा के दौरान सोने-चांदी के सिक्के, मिठाई व फल भी रखें। इसके बाद माता लक्ष्मी के आठ रूपों की पूजा करें और माता लक्ष्मी को कुंकुम, चावल और फूल चढ़ाएं। साथ ही उन्हें बताशा, शंख, कमलगट्टे, शंख, मखाना आदि भी अर्पित करें। ऐसा करने से जातक पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।यह भी पढ़ें - Mahalaxmi Vrat 2023: महालक्ष्मी व्रत से प्रसन्न होंगी धन की देवी लक्ष्मी, इस खास स्तोत्र का करें पाठ
हमेशा भरी रहेगी तिजोरी
पीली कौड़ी माता लक्ष्मी को बेहद प्रिय हैं। ऐसे में आप माता पीली कौड़ी को लाल कपड़े में बांधकर अपने धन के स्थान या तिजोरी में रख दें। इससे मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और व्यक्ति की तिजोरी कभी खाली नहीं होती।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'