Makar Sankranti 2024: मकर संक्रांति पर तुलादान का है खास महत्व, जानें इसके नियम
Makar Sankranti 2024 मकर संक्रांति का दिन बेहद विशेष माना जाता है। इस साल यह 15 जनवरी दिन सोमवार यानी आज मनाई जा रही है। इस दिन को लेकर लोगों की अपनी-अपनी मान्यताएं हैं। ऐसा माना जाता है कि जो लोग इस मौके पर तुलादान करते हैं उन्हें कई गुना पुण्य की प्राप्ति होती है। तो आइए इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों को जानते हैं जो इस प्रकार है -
By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Mon, 15 Jan 2024 09:11 AM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Makar Sankranti 2024: सनातन धर्म में मकर संक्रांति बहुत शुभ मानी गई है। यह तब मनाया जाता है, जब भगवान सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इस त्योहार को लोग खिचड़ी,संक्रांति, माघी और उत्तरायण जैसे विभिन्न नामों से जानते हैं। इस साल यह 15 जनवरी दिन सोमवार यानी आज मनाया जा रहा है। इस मौके पर लोग नदियों में पवित्र स्नान, क्षमता के अनुसार दान, सूर्यदेव की पूजा आदि प्रमुख अनुष्ठान करते हैं। इसके अलावा दिस दिन तुलादान का भी विशेष महत्व है।
ऐसा माना जाता है कि तुलादान करने से कई लाभ मिलते हैं, जैसे-कई गुना पुण्य, कठिनाइयों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। तो चलिए इससे जुड़ी हुई महत्वपूर्ण जानकारी जानते हैं।
क्या है? तुलादान
सनातन धर्म में दान आम तौर पर एक पुण्य कार्य माना जाता है, जिससे भगवान की विशेष कृपा भी प्राप्त होती है। ऐसा माना जाता है कि दान से प्राप्त पुण्य व्यक्ति के जीवनकाल से भी आगे बढ़ जाता है। विभिन्न प्रकार के दानों में तुलादान को सबसे ज्यादा पुण्यदायी माना गया है। इसमें जातक के वजन के बराबर अनाज का दान किया जाता है, जो गरीबों में बांटा जाता है।
तुलादान के नियम
- तुलादान करते समय, किसी असहाय या जरूरतमंद व्यक्ति की सहायता करना आवश्यक है। उन लोगों को दान देने से बचें जिन्होंने आपको नुकसान पहुंचाया है, क्योंकि इसका कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिलेगा।
- मकर संक्रांति के दिन स्नान करने के बाद तुलादान करना चाहिए।
- तुलादान शुक्ल पक्ष रविवार के दिन करना सर्वोत्तम माना जाता है।
- मकर संक्रांति का दिन दान-पुण्य के लिए विशेष महत्व रखता है, इसलिए इस दिन तुलादान का खास महत्व है।
- तुलादान में आवश्यक चीजों के साथ-साथ अनाज, नवग्रह से संबंधित वस्तुएं, दान करना चाहिए।
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