Makar Sankranti 2024: मकर संक्रांति पर गंगा स्नान और दान करने का क्या है धर्मिक महत्व? यहां जानें
मकर संक्रांति के पर्व बेहद को उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन भगवान सूर्य दक्षिण से उत्तर गोलार्ध में अपनी गति शुरू करते हैं। कई जगहों पर मकर संक्रांति के त्योहार को पोंगल के नाम से जाना जाता है। इस खास अवसर पर श्रद्धालु गंगा समेत निकटतम नदी और सरोवर में आस्था की डुबकी लगाते हैं और विधिपूर्वक पूजा जप-तप और दान करते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Makar Sankranti 2024: मकर संक्रांति के पर्व को बेहद उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन भगवान सूर्य दक्षिण से उत्तर गोलार्ध में अपनी गति शुरू करते हैं। कई जगहों पर मकर संक्रांति के त्योहार को पोंगल के नाम से जाना जाता है। इस खास अवसर पर श्रद्धालु गंगा समेत निकटतम नदी और सरोवर में आस्था की डुबकी लगाते हैं और विधिपूर्वक पूजा, जप-तप और दान करते हैं। मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान और दान करने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान और दान करने से साधक को जीवन में सुख-शांति प्राप्त होती है और सभी तरह के पापों से छुटकारा मिलता है। चलिए आपको बताते हैं कि मकर संक्रांति पर गंगा स्नान और दान करने का क्या महत्व है?
मकर संक्रांति पर गंगा स्नान और दान का महत्व
मान्यता के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान और दान करने से साधक के लोक और परलोक दोनों सुधर जाते हैं। गंगा स्नान करने से 10 अश्वमेध यज्ञ और 1000 गाय दान करने के समान शुभ फल की प्राप्ति होती है। इस दिन कई चीजों का दान करने से सभी कार्यों में सफलता हासिल होती है और सुख-शांति मिलती है। गंगा स्नान से साधक को मोक्ष की प्राप्ति होती है और पिछले जन्म के बुरे कर्मों से निजात मिलती है और जीवन सुखमय होता है। यह भी पढ़ें: Ayodhya Ram Mandir: ऐसे सजा रामलला का दिव्य दरबार, राम जन्म से लेकर राज्याभिषेक तक की मिलेगी झलकगंगा स्नान के मंत्र
गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वति।नर्मदे सिन्धु कावेरी जलऽस्मिन्सन्निधिं कुरु।।ॐ अपवित्र: पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोपि वा।य: स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स: बाह्याभंतर: शुचि:।।मकर संक्रांति 2024 डेटज्योतिषियों के अनुसार, 15 जनवरी को देर रात 02 बजकर 43 मिनट पर सूर्य देव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य देव के मकर राशि में प्रवेश के दिन मकर संक्रांति मनाई जाती है। अतः साल 2024 में मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी।
यह भी पढ़ें: Tulsi ke Upay: तुलसी के इन उपायों से धन से भर जाएगी आपकी तिजोरी, मां लक्ष्मी होंगी प्रसन्न Author- Kaushik Sharmaडिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'