Mangal Dosh Upay: मंगलवार को पूजा के समय करें ये उपाय, मंगल दोष से मिलेगी मुक्ति
मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल देव हैं और आराध्य भगवान श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी हैं। अतः मेष और वृश्चिक राशि के जातक हनुमान जी की विशेष पूजा करें। साथ ही पूजा के समय हनुमान जी के चरणों में सिंदूर अर्पित करें। सिंदूर अर्पित करने से हनुमान जी शीघ्र प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा साधक पर बरसती है।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Mon, 06 May 2024 09:00 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Mangal Dosh Upay: मंगलवार का दिन राम भक्त हनुमान जी को अति प्रिय है। इस दिन विधि-विधान से हनुमान जी की पूजा-उपासना की जाती है। साथ ही उनके निमित्त मंगलवार का व्रत रखा जाता है। इस व्रत के पुण्य-प्रताप से जातक को मनचाहा वर मिलता है। साथ ही कुंडली में मंगल ग्रह मजबूत होता है। ज्योतिषियों की मानें तो मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से मंगल दोष का प्रभाव भी समाप्त होता है। कुंडली के प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम एवं द्वादश भाव में मंगल ग्रह के रहने पर जातक मांगलिक कहलाता है। हालांकि, गुरु के साथ रहने पर मंगल दोष का परिहार होता है। अन्य स्थिति में दोष निवारण अनिवार्य है। अगर आप भी मांगलिक जातक हैं, तो मंगल दोष से निजात पाने के लिए मंगलवार के दिन पूजा के समय ये उपाय जरूर करें। आइए जानते हैं-
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मंगल दोष के उपाय
- मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल देव हैं और आराध्य हनुमान जी हैं। अतः मेष और वृश्चिक राशि के जातक हनुमान जी की विशेष पूजा करें। साथ ही पूजा के समय हनुमान जी के चरणों में सिंदूर अर्पित करें। सिंदूर अर्पित करने से हनुमान जी शीघ्र प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा साधक पर बरसती है।
- अगर आप मांगलिक जातक हैं, तो मंगलवार के दिन हनुमान जी की विधि-विधान से पूजा करें। साथ ही पूजा के समय हनुमान जी को लाल रंग का चोला अर्पित करें।
- मांगलिक दोष से पीड़ित लड़कियां मंगलवार के दिन मंदिर जाकर राम परिवार की पूजा करें। इस समय राम चालीसा और राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करें। इस स्तोत्र के पाठ से मंगल दोष का प्रभाव समाप्त हो जाता है।
- मंगल दोष के प्रभाव को कम करने के लिए मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने के पश्चात मूंगा रत्न धारण कर सकते हैं। इस रत्न को धारण करने से भी कुंडली में मंगल ग्रह मजबूत होता है। साथ ही मंगल दोष का प्रभाव कम हो जाता है।
- मंगलवार के दिन स्नान-ध्यान के बाद विधि-विधान से हनुमान जी एवं मंगल देव की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय 'ॐ भौम भौमाय नमः' मंत्र का जप करें। इस मंत्र के जप से भी मंगल दोष का प्रभाव कम होता है।
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