Mangala Gauri Vrat 2023: विवाह में हो रही है देरी तो, सावन के अंतिम मंगला गौरी व्रत पर करें ये उपाय
Mangala Gauri Vrat 2023 31 अगस्त को सावन का महीना समाप्त हो रहा है। ऐसे में 29 अगस्त को सावन माह का अंतिम मंगला गौरी व्रत किया जाएगा। यह व्रत मुख्य तौर पर माता पार्वती को समर्पित है। यदि कोई जातक मांगलिक दोष के कारण विवाह संबंधी समस्याएं झेल रहा है तो मंगला गौरी व्रत के दिन कुछ विशेष उपाय करने से इस समस्या से निजात मिल सकती है।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Tue, 29 Aug 2023 10:06 AM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म। sawan last Mangala Gauri vrat: मंगला गौरी का व्रत श्रावण मास के प्रत्येक मंगलवार को विवाहित स्त्रियों और अविवाहित कन्याओं द्वारा किया जाता है। इस बार अधिक मास के चलते सावन माह में 9 मंगला गौरी व्रत रखें जाएंगे। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष होता है तो उसे विवाह संबंधी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मंगला गौरी व्रत के दिन कुछ विशेष उपाय करने से जल्द शादी के योग बनते हैं।
मंगला गौरी व्रत का महत्व (Mangla Gauri Vrat Importance)
मंगला गौरी व्रत करने से सुहागिन महिलाओं को माता पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस व्रत को करने से पति की लंबी आयु और संतान सुख की प्राप्ति होती है। अविवाहित युवतियां अच्छे वर की प्राप्ति के लिए यह व्रत करती हैं। साथ ही यह व्रत करने से विवाह में आने वाली बाधाएं भी दूर होती हैं। मंगला गौरी व्रत करने से माता गौरी के साथ-साथ भगवान शिव का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे घर-परिवार में सुख-समृद्धि का वास होता है।
मंगला गौरी व्रत के उपाय (Mangla Gauri Vrat Upay)
यदि किसी जातक के विवाह में किसी कारण देरी हो रही है या बाधा आ रही है तो, मंगला गौरी व्रत के दिन मां गौरी को 16 श्रृंगार के सामान अर्पित करने चाहिए। ऐसा करने पर मां गौरी की कृपा से जल्द ही विवाह के योग बनने लगते हैं। साथ ही इस दिन मिट्टी का घड़ा बहते नदी में प्रवाहित करने से विवाह में आ रही सभी प्रकार की बाधाएं दूर हो जाती हैं।मजबूत होगा मंगल
मंगला गौरी व्रत की पूजा के बाद गरीबों और जरूरतमंदों में लाल मसूर दाल और लाल वस्त्र का दान करें। इससे कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति मजबूत होती है।
करें इस मंत्र का जाप
मंगल दोष दूर करने के लिए मंगला गौरी व्रत करना चाहिए और पूजा के दौरान 'ॐ गौरीशंकराय नमः' मंत्र का कम-से-कम 21 बार जाप करना चाहिए। इससे कुंडली में मंगल दोष दूर होता है।करें हनुमान जी की पूजा
मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है, इसलिए इस दिन मां मंगला गौरी के साथ ही हनुमान जी की भी पूजा करें। साथ ही हनुमान जी को सिंदूर अर्पित करें। इस दिन रामचरितमानस और सुंदरकांड का पाठ भी करना चाहिए। ऐसा करने से भी कुंडली में मंगल दोष दूर हो जाता है।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'