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Mangalwar Ke Niyam: मंगलवार के दिन क्यों नहीं कटवाने चाहिए बाल? जानिए इसके पीछे का कारण

मंगलवार का दिन बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन मंगल ग्रह की पूजा होती है। ऐसा माना जाता है जो जातक इस दिन का उपवास रखते हैं उन्हें शुभ फलों की प्राप्ति होती है। वहीं ज्योतिष शास्त्र में इस दिन को लेकर कई सारे नियम बनाए गए हैं जिनमें से एक बाल न काटना भी है तो आइए जानते हैं कि आखिर इस दिन बाल क्यों नहीं काटने चाहिए?

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Sat, 08 Jun 2024 03:44 PM (IST)
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Mangalwar Ke Niyam: मंगलवार के नियम -

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सप्ताह के हर एक दिन किसी न किसी ग्रह की पूजा होती है। मंगलवार के दिन मंगल ग्रह की पूजा का विधान है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन का अपना एक खास महत्व है। वहीं, इस दिन को लेकर कई सारे ऐसे नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन बेहद जरूरी है। हालांकि कई बार हम अनजाने में ऐसा करने से चूक जाते हैं, जिसकी भरपाई लंबे समय तक करनी पड़ती है।

ऐसे में आज हम मंगलवार (Mangalwar Ke Niyam) से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों को आपके साथ साझा करेंगे, जिसका पालन आपको करना चाहिए।

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मंगलवार के दिन बाल और नाखून क्यों नहीं काटने चाहिए?

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मंगलवार के दिन बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए, क्योंकि यह दिन मंगल ग्रह को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि जो लोग इस दिन बाल कटवाते हैं, उन्हें कर्ज की समस्या का सामना करना पड़ता है।

इसके साथ ही व्यक्ति की आयु कम होती है और कार्यों में बाधा आती है। इसके अलावा मंगल दोष का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में इन चीजों से दूर रहने की कोशिश करें।

मंगलवार के नियम

  • मंगलवार के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें।
  • इस दिन प्रभु श्रीराम की पूजा करें।
  • हनुमान जी के मंदिर दर्शन के लिए जाएं।
  • इस दिन तामसिक चीजों का सेवन भूलकर भी न करें।
  • इस दिन काले व सफेद रंग के कपड़ों को न पहनें।
  • इस दिन तुलसी जी को छूने से बचें।
  • इस दिन बड़ों का अपमान न करें।
  • इस दिन मीठी चीजों का दान करें।
  • इस दिन महिलाओं के साथ गलत व्यवहार न करें।

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अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।