Mangla Gauri Vrat 2024: मंगला गौरी व्रत में करें इन चीजों का सेवन, पुण्य की होगी प्राप्ति
धार्मिक मान्यता के अनुसार मंगला गौरी व्रत करने से सुहागिन महिलाओं को माता पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है और संतान सुख की प्राप्ति होती है। साथ ही पति को लंबी आयु का वरदान मिलता है। इस व्रत में खानपान के नियम का पालन जरूर करना चाहिए। आइए जानते हैं व्रत के दौरान किन चीजों का सेवन कर सकते हैं?
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Kab Hai Mangla Gauri Vrat 2024: सावन माह में पड़ने वाला मंगलवार का दिन बेहद शुभ माना जाता है, क्योंकि इस दिन माता पार्वती को समर्पित मंगला गौरी व्रत किया जाता है। मां दुर्गा के आठवें स्वरूप मां महागौरी के नाम से भी जाना जाता है। पंचांग के अनुसार, सावन का पहला मंगला गौरी व्रत आज यानी 23 जुलाई (Mangla Gauri Vrat 2024 Date) को है।
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मंगला गौरी व्रत में क्या खाना चाहिए (Mangla gauri vrat me kya khana chahiye)
जो कन्याएं और महिलाएं मंगला गौरी व्रत करती हैं, उन्हें खानपान का विशेष ध्यान देना चाहिए। व्रत के नियम का पालन न करने से शुभ फल की प्राप्ति से वंचित हो सकती हैं। व्रत के दौरान फल का सेवन किया जा सकता है। साबूदाने की खीर और साबूदाने की खिचड़ी को फलाहार में शामिल किया जाता है। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि व्रत के भोजन में नमक का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। व्रत में दूध और दही का भी सेवन कर सकते हैं।मंगला गौरी व्रत क्यों किया जाता है ? (Why we do Mangla Gauri Vrat)
धार्मिक मत है कि मंगला गौरी व्रत को मनचाहे जीवनसाथी की प्राप्ति के लिए किया जाता है। इस व्रत के पुण्य-प्रताप से वैवाहिक जीवन में खुशियों का आगमन होता है। साथ ही संतान सुख की प्राप्ति होती है।मंगला गौरी व्रत 2024 शुभ मुहूर्त (Mangla Gauri Vrat 2024 Shubh Muhurat)
पंचांग के अनुसार, सावन माह की शुरुआत 22 जुलाई से हो गई है। सावन माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि का समापन 23 जुलाई को सुबह 10 बजकर 23 मिनट पर हो गया है। ऐसे में मंगला गौरी व्रत आज यानी 23 जुलाई को किया जा रहा है।यह भी पढ़ें: Mangla Gauri Vrat 2024: आज रखा जाएगा सावन का पहला मंगला गौरी व्रत, नोट करें पूजा विधि और शुभ योगअस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।