Mantra: कितना प्रभावशाली है मंत्र जाप ? जानें इसके चमत्कारी फायदे
Mantra मंत्रों से शरीर के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यदि थोड़ा सा गुस्सा आपके अंदर नकारात्मक उर्जा ला सकता है तो सोचें कि मंत्रों का जाप आपके लिए कितना प्रभावशाली हो सकता है। कहा जाता है कि मंत्रों के उच्चारण में बहुत अधिक सकारात्मक ऊर्जा होती है। तो चलिए जानते हैं मंत्र को लेकर क्या कहती हैं मान्यताएं ?
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Chanting Mantra: सनातन धर्म में मंत्र और ध्यान का काफी ज्यादा महत्व है। इससे शरीर के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यदि थोड़ा सा गुस्सा आपके अंदर नकारात्मक उर्जा ला सकता है, तो सोचें कि मंत्रों का जाप आपके लिए कितना प्रभावशाली हो सकता है। कहा जाता है कि मंत्रों के उच्चारण में बहुत अधिक सकारात्मक ऊर्जा होती है। तो चलिए जानते हैं मंत्र को लेकर क्या कहती हैं मान्यताएं ?
सनातन धर्म में मंत्रों का महत्व
मंत्रों का उपयोग हिंदू धर्म में आध्यात्मिक और अनुष्ठान अभ्यास में किया जाता है। यह आपके शरीर के चारों ओर एक कवच की तरह काम करता है। मंत्रों का प्रयोग अलग- अलग कार्यों के लिए किया जाता है।
कुछ मंत्रों का जाप शत्रुओं से सुरक्षा पाने के लिए किया जाता है, तो कुछ का प्रयोग भगवान का आह्वान करने के लिए किया जाता है। वैदिक मंत्र वेदों से प्राप्त हुए हैं।
यह भी पढ़ें : Palm Reading : हाथ के निशान से जानें अपनी किस्मत का हाल, जानिए क्या कहता है ज्योतिष शास्त्र?
मंत्र काम करते हैं या नहीं ?
ऐसा कहा जाता है कि मंत्रों का प्रभाव हमारे मन और शरीर पर पड़ता है। मंत्र कई प्रकार के होते हैं, जिनका प्रयोग अलग-अलग उद्देश्यों के लिए किया जाता है। जैसे शांति मंत्र, शुद्धि मंत्र, विशिष्ट प्रयोजन मंत्र, सामान्य प्रयोजन मंत्र आदि।
कभी-कभी लोग इसका प्रयोग नकारात्मक ऊर्जा से बचने के लिए करते हैं। मंत्र नकारात्मक तरंगों को सकारात्मक तरंगों में बदलने की ताकत रखते हैं, इसलिए वेदों में इनका महत्व काफी ज्यादा बताया गया।
यह भी पढ़ें : November Festivals List : इस महीने मनाए जाएंगे ये बड़े त्योहार, जानें उनके नाम
डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'