Mantra Jaap: रोजाना इन 05 मंत्रों के साथ करें अपने दिन की शुरूआत, जल्द मिलेगा दुर्भाग्य से छुटकारा
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रोजाना मंत्रों के जाप से जीवन में अच्छे परिणाम देखने को मिल सकते हैं। यह मंत्र न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से लाभकारी माने गए हैं बल्कि स्वास्थ्य पर भी इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं। तो चलिए जानते हैं कि वह कौन-से मंत्र हैं जिनका जाप एक व्यक्ति को रोजना सुबह के समय करना चाहिए।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू शास्त्रों में कुछ ऐसे मंत्र बताए गए हैं, जिनका अगर आप रोजाना सुबह के समय जाप करते हैं, तो इससे आपके ऊपर देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है। आज हम आपको कुछ ऐसे मंत्र बताने जा रहे हैं, जिनका रोजाना जाप करने से आपको जीवन की कई समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।
कम होगा तनाव
यह मंत्र जितना सरल है, उतना ही प्रभावशाली मंत्र भी है। जाप होना चाहिए। ऐसे में यदि आप अपने दिन की शुरुआत 'ओम' मंत्र के साथ करते हैं, तो इससे मन को केंद्रित करने में सहायता मिलती है। साथ ही सेहत की दृष्टि से भी रोजाना ओम मंत्र का जाप करना बेहतर माना गया है। अगर आप रोजाना लयबद्ध तरीके से इस मंत्र का जाप करते हैं, तो इससे तनाव के स्तर में कमी लाई जा सकती है।
गायत्री मंत्र
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्।।गायत्री मंत्र को भी हिंदू धर्म में विशेष महत्व दिया गया है। माना जाता है कि रोजाना गायत्री मंत्र के जाप से आत्मज्ञान की प्राप्ति होती है और आंतरिक शक्ति भी विकसित होती है। ऐसे में यदि आप रोजाना सूर्योदय के समय इस मंत्र का जाप करते हैं, तो इससे नकारात्मकता भी आपसे दूर बनी रहती है और शांति का अनुभव होता है।
महामृत्युंजय मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् |उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ||महामृत्युंजय मंत्र, जो भगवान शिव को समर्पित है, सबसे प्रभावशाली और शक्तिशाली मंत्रों में से एक माना गया है। इस मंत्र के रोजाना जाप से व्यक्ति को आध्यात्मिक लाभ तो मिलता ही है। साथ ही भय, तनाव और चिंता से भी मुक्ति मिलती है। इसके लिए आपको रोजाना सुबह के समय इस मंत्र का कम-से-कम -108 बार जाप करना चाहिए।
'ओम नमः शिवाय'यह मंत्र भी भगवान शिव को समर्पित एक सरल, लेकिन असरदार मंत्र है। इस मंत्र का अर्थ है - 'मैं भगवान शिव और उनकी शक्ति को नमन करता हूं'। रोजाना प्रातः काल इस मंत्र का जाप करने से साधक को भय, तनाव और चिंता से मुक्ति मिल सकती है। साथ ही जीवन में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं।यह भी पढ़ें - Shiv Tandav Stotram: लंकापति रावण ने क्यों की थी शिव तांडव स्तोत्र की रचना? पढ़ें इससे जुड़ी कथा
कराग्रे वसते लक्ष्मी, करमध्ये सरस्वती, करमूले स्थितो ब्रह्मा प्रभाते करदर्शनम्'इस मंत्र को बहुत ही प्रभावशाली माना गया है। इसके लिए रोजाना सूर्योदय के समय अपने दोनों हाथों को देखते हुए इस मंत्र को बोलें हैं और इसके बाद अपने हाथों को पूरे चेहरे पर फेर लें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी के साथ-साथ ब्रह्मा और सरस्वती जी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। जिससे साधक के जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
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