Move to Jagran APP

Mala Jaap: माला जाप में क्यों नहीं किया जाता तर्जनी उंगली का उपयोग? गरुण पुराण में भी मिलता है जिक्र

हिंदू शास्त्रों में मंत्र जाप के लिए प्रयोग की जाने वाली माला का भी विशेष महत्व माना गया है। माला से मंत्रों का जाप करने से साधक को जीवन में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं। लेकिन माला से मंत्र जाप करने के दौरान तर्जनी उंगली का प्रयोग नहीं किया जाता। यहां तक की अन्य धार्मिक अनुष्ठानों में भी तर्जनी उंगली का प्रयोग वर्जित माना जाता है।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Published: Tue, 04 Jun 2024 04:23 PM (IST)Updated: Tue, 04 Jun 2024 04:23 PM (IST)
Mantra Jaap माला जाप में क्यों नहीं किया जाता तर्जनी उंगली का उपयोग?

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। मान्यताओं के मुताबिक, यदि कोई व्यक्ति नियम के अनुसार मंत्र जाप करता है, तो उसे जीवन में अच्छे परिणाम देखने को मिलते हैं। मंत्र जाप के लिए अलग-अलग तरह की माला का भी प्रयोग किया जाता है जैसे तुलसी माला, कमलगट्टे की माला, रुद्राक्ष की माला आदि। लेकिन आपने देखा होगा कि माला जाप के दौरान तर्जनी उंगली का स्पर्श करना वर्जित माना जाता है, चलिए जानते हैं इसकी वजह।

खंडित हो सकती है पवित्रता

हिंदू मान्यताओं के अनुसार, तर्जनी उंगली यानी सीधे हाथ की पहली उंगली को अहंकार की उंगली के रूप में देखा जाता है। वहीं, मंत्र जाप का मकसद होता है अहंकार को त्‍यागना। ऐसे में यदि माला जाप के दौरान तर्जनी उंगली का प्रयोग किया जाए, तो इससे पवित्रता खंडित हो सकती है।

गरुण पुराण में मिलता है वर्णन

गरुण पुराण में इस बात का वर्णन किया गया है कि यदि माला जाप के दौरान तर्जनी उंगली का उपयोग किया जाए, तो यह ईश्वर को उंगली दिखाने के बराबर होता है और ऐसा करना बिलकुल भी शुभ नहीं माना जाता। इसलिए माला जाप के दौरान तर्जनी उंगली का उपयोग भूलकर भी नहीं करना चाहिए।

यह भी पढ़ें - Bada Mangal 2024: दूसरे बड़े मंगल पर पूजा के समय करें इस चालीसा का पाठ, सभी दुखों से मिलेगा छुटकारा

इस कार्य में भी नहीं किया जाता प्रयोग

आपने देखा होगा कि किसी भी विवाद आदि में या गुस्से में सामने वाले व्यक्ति को तर्जनी उंगली दिखाई जाती है। ऐसे में तिलक लगाने में इस उंगली का प्रयोग बिल्कुल भी शुभ नहीं माना जाता। क्योंकि किसी को तिलक लगाना सम्मान देने का प्रतीक होता है। ऐसे में अंगूठे और अनामिका उंगली से उपयोग से तिलक लगाया जाता है।

WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करें

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.