Margashirsha Purnima 2023: मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन भूलकर भी न करें ये काम, वरना जीवन में मिलेंगे अशुभ परिणाम
मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन चन्द्रमा अपनी सभी कलाओं से परिपूर्ण रहता है। इसलिए मार्गशीष पूर्णिमा के दिन चंद्र देव की भी विधिपूर्वक पूजा की जाती है। पूर्णिमा व्रत करने से साधक को सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन कुछ कार्यों को करने की मनाही होती है जिनको करने से व्यक्ति को जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
By Jagran NewsEdited By: Pravin KumarUpdated: Fri, 15 Dec 2023 12:36 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Margashirsha Purnima 2023: सनातन धर्म में मार्गशीर्ष पूर्णिमा का खास महत्व है। इस बार मार्गशीर्ष पूर्णिमा 26 दिसंबर 2023 को है। मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन पूजा-अर्चना और व्रत किया जाता है। इस पूर्णिमा को अगहन पूर्णिमा, मोक्षदायिनी पूर्णिमा और बत्तीसी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मत के अनुसार, इस दिन चन्द्रमा अपनी सभी कलाओं से परिपूर्ण रहता है। यही वजह है कि मार्गशीष पूर्णिमा के दिन चंद्र देव की भी विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है। पूर्णिमा व्रत करने से साधक को सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन कुछ कार्यों को करने की मनाही होती है, जिनको करने से व्यक्ति को जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आइए जानते हैं कि मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन कौन से काम भूलकर भी नहीं करने चाहिए।
मार्गशीष पूर्णिमा के दिन न करें ये काम
1. यदि आप मार्गशीर्ष पूर्णिमा का व्रत रख रहे है, तो इस दिन केवल फलहार करें। प्याज और लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए।2. इस दिन सुबह देर तक नहीं सोना चाहिए। पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान करने के बाद भगवान विष्णु जी की पूजा-अर्चना करें।
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3. इसके अलावा किसी का अपमान नहीं करना चाहिए।
4. तुलसी भगवान विष्णु जी को बेहद प्रिय है। मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन भूलकर भी तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए। इस दिन तुलसी के पत्ते तोड़ना अशुभ माना जाता है।5. मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए।6. इस दिन जीवनसाथी के साथ लड़ाई-झगड़ा नहीं करना चाहिए।मार्गशीर्ष पूर्णिमा का महत्व
मान्यता है कि मार्गशीर्ष पूर्णिमा के अवसर पर स्नान, पूजा-अर्चना और दान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है और साधक को जीवन में कभी धन की कमी महसूस नहीं होती है। घर में सुख-शांति का आगमन होता है। इसके अलावा भगवान विष्णु जी की कृपा सदैव बनी रहती है।यह भी पढ़ें: Vastu Tips: जीवन में बड़ा बदलाव ला सकते हैं ये छोटे-छोटे वास्तु टिप्स, आज ही आजमाएं
Author- Kaushik Sharmaडिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'