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Marriage Remedies: विवाह में हो रही है देरी? तो करें ज्योतिष के ये आसान उपाय, जल्द बनेंगे शादी के योग

Marriage Remedies ज्योतिष शास्त्र में माना गया है कि जब कुण्डली में ग्रहों की स्थिति अनुकूल नहीं होती तो ऐसे में व्यक्ति को शादी होने में बाधाओं का सामना करना पड़ता है। या फिर शादी की बात तय होकर भी टूट जाती है। इस तरह की स्थिति से निकलने के लिए कुछ ज्योतिष शास्त्र में कुछ उपाय बताए गए हैं जिन्हें करने से जल्द शादी के योग बनते हैं।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Sun, 27 Aug 2023 05:04 PM (IST)
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Jaldi Shadi Ke Upay शीघ्र शादी के उपाय।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Jaldi Shadi Ke Upay: कई लोगों को विवाह आदि के लिए लम्बें समय तक इंतजार करना पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में ग्रहों की स्थिति ठीक न होने पर विवाह आदि में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लेकिन ज्योतिष में शीघ्र विवाह के कुछ उपाय भी बताए गए हैं।

ऐसे मिलेगी मांगलिक दोष से मुक्ति

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में मांगलिक दोष होने पर शादी में बाधा आती है। इस स्थिति में मांगलिक दोष को दूर करने के लिए मंगलवार के दिन व्रत रखकर हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। इसके लिए आप हनुमान जी को गेहूं के आटे एवं गुड़ से बने लड्डू का भोग लगाएं। हनुमान जी को सिंदूर अर्पित करें और रामायण के बालकांड का पाठ करें।

जल्द विवाह के टोटके

कभी भी अकेले भगवान शिव, राम या कृष्ण की पूजा न करें। इससे विवाह में देरी होती है। विवाह में देरी से बचने के लिए शिव पर्वती, राम सीता अथवा कृष्ण राधा की युगल प्रतिमा की पूजा करनी चाहिए। लड़का या लड़की जिसके भी विवाह में देरी हो रही है, उसे शीघ्र विवाह के लिए भगवान शिव के मंदिर में जाना चाहिए और माता पार्वती के साथ शिवजी की भी पूजा करनी चाहिए। इससे आपको लाभ मिलेगा।

गुरुवार को करें ये काम

ज्योतिष शास्त्र में गुरु को विवाह का प्रमुख कारक माना गया है। गुरु की स्थिति अनुकूल नहीं होने पर विवाह में देरी होती है। इससे निजात पाने के लिए गुरुवार के दिन पीला वस्त्र धारण करें। गुरुवार के दिन चने की दाल, केला, हल्दी एवं केसर का सेवन लाभप्रद होता है। साथ ही गुरुवार का व्रत भी कर सकते हैं।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'