Masik Durgashtami 2024: मासिक दुर्गाष्टमी पर करें मां दुर्गा के 108 नामों का मंत्र जाप, पूरी होगी मनचाही मुराद
Masik Durgashtami 2024 इस व्रत के पुण्य-प्रताप से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख संकट काल और कष्ट दूर हो जाते हैं। अतः साधक श्रद्धा भाव से मासिक दुर्गाष्टमी पर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करते हैं। अगर आप भी मां दुर्गा की कृपा पाना चाहते हैं तो विधि विधान से मां दुर्गा की पूजा करें।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Wed, 17 Jan 2024 08:32 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Masik Durgashtami 2024: हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस दिन जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। तदनुसार, 18 जनवरी को मासिक दुर्गाष्टमी है। इस व्रत के पुण्य-प्रताप से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख, संकट, काल और कष्ट दूर हो जाते हैं। अतः साधक श्रद्धा भाव से मासिक दुर्गाष्टमी पर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करते हैं। अगर आप भी मां दुर्गा की कृपा पाना चाहते हैं, तो विधि विधान से मां दुर्गा की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय मां दुर्गा के 108 नामों का मंत्र जप करें।
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मां दुर्गा के 108 नाम
1. ॐ श्रियै नमः2. ॐ उमायै नमः
3. ॐ भारत्यै नमः4. ॐ भद्रायै नमः5. ॐ शर्वाण्यै नमः6. ॐ विजयायै नमः7. ॐ जयायै नमः8. ॐ वाण्यै नमः9. ॐ सर्वगतायै नमः10. ॐ गौर्यै नमः11. ॐ वाराह्यै नमः12. ॐ कमलप्रियायै नमः13. ॐ सरस्वत्यै नमः14. ॐ कमलायै नमः15. ॐ मायायै नमः
16. ॐ मातंग्यै नमः17. ॐ अपरायै नमः18. ॐ अजायै नमः19. ॐ शांकभर्यै नमः20. ॐ शिवायै नमः21. ॐ चण्डयै नमः22. ॐ कुण्डल्यै नमः23. ॐ वैष्णव्यै नमः24. ॐ क्रियायै नमः25. ॐ श्रियै नमः26. ॐ ऐन्द्रयै नमः27. ॐ मधुमत्यै नमः28. ॐ गिरिजायै नमः29. ॐ सुभगायै नमः30. ॐ अंबिकायै नमः31. ॐ तारायै नमः
32. ॐ पद्मावत्यै नमः33. ॐ हंसायै नमः34. ॐ पद्मनाभसहोदर्यै नमः35. ॐ अपर्णायै नमः36. ॐ ललितायै नमः37. ॐ धात्र्यै नमः38. ॐ कुमार्यै नमः39. ॐ शिखवाहिन्यै नमः40. ॐ शांभव्यै नमः41. ॐ सुमुख्यै नमः42. ॐ मैत्र्यै नमः43. ॐ त्रिनेत्रायै नमः44. ॐ विश्वरूपिण्यै नमः45. ॐ आर्यायै नमः46. ॐ मृडान्यै नमः
47. ॐ हींकार्यै नमः48. ॐ क्रोधिन्यै नमः49. ॐ सुदिनायै नमः50. ॐ अचलायै नमः51. ॐ सूक्ष्मायै नमः52. ॐ परात्परायै नमः53. ॐ शोभायै नमः54. ॐ सर्ववर्णायै नमः
55. ॐ हरप्रियायै नमः56. ॐ महालक्ष्म्यै नमः57. ॐ महासिद्धयै नमः58. ॐ स्वधायै नमःॐ. स्वाहायै नमः60. ॐ मनोन्मन्यै नमः61. ॐ त्रिलोकपालिन्यै नमः62. ॐ उद्भूतायै नमः63. ॐ त्रिसन्ध्यायै नमः64. ॐ त्रिपुरान्तक्यै नमः65. ॐ त्रिशक्त्यै नमः66. ॐ त्रिपदायै नमः67. ॐ दुर्गायै नमः68. ॐ ब्राह्मयै नमः69. ॐ त्रैलोक्यवासिन्यै नमः
70. ॐ पुष्करायै नमः71. ॐ अत्रिसुतायै नमः72. ॐ गूढ़ायै नमः73. ॐ त्रिवर्णायै नमः74. ॐ त्रिस्वरायै नमः75. ॐ त्रिगुणायै नमः76. ॐ निर्गुणायै नमः77. ॐ सत्यायै नमः78. ॐ निर्विकल्पायै नमः
79. ॐ निरंजिन्यै नमः80. ॐ ज्वालिन्यै नमः81. ॐ मालिन्यै नमः82. ॐ चर्चायै नमः83. ॐ क्रव्यादोप निबर्हिण्यै नमः84. ॐ कामाक्ष्यै नमः85. ॐ कामिन्यै नमः86. ॐ कान्तायै नमः87. ॐ कामदायै नमः88. ॐ कलहंसिन्यै नमः89. ॐ सलज्जायै नमः90. ॐ कुलजायै नमः91. ॐ प्राज्ञ्यै नमः92. ॐ प्रभायै नमः93. ॐ मदनसुन्दर्यै नमः
94. ॐ वागीश्वर्यै नमः95. ॐ विशालाक्ष्यै नमः96. ॐ सुमंगल्यै नमः97. ॐ काल्यै नमः98. ॐ महेश्वर्यै नमः99. ॐ चण्ड्यै नमः100. ॐ भैरव्यै नमः101. ॐ भुवनेश्वर्यै नमः102. ॐ नित्यायै नमः103. ॐ सानन्दविभवायै नमः104. ॐ सत्यज्ञानायै नमः105. ॐ तमोपहायै नमः106. ॐ महेश्वरप्रियंकर्यै नमः107. ॐ महात्रिपुरसुन्दर्यै नमः
108. ॐ दुर्गापरमेश्वर्यै नमःयह भी पढ़े: जानें, कब, कहां, कैसे और क्यों की जाती है पंचक्रोशी यात्रा और क्या है इसकी पौराणिक कथा?डिस्क्लेमर-''इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना में निहित सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्म ग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारी आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'