Masik Shivratri 2023: मासिक शिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योग समेत बन रहे हैं ये 3 संयोग, प्राप्त होगा अक्षय फल
Masik Shivratri 2023 यह पर्व हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इसके अगले दिन मार्गशीर्ष अमावस्या है। मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है। विवाहित और अविवाहित महिलाएं मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत रखती हैं। धार्मिक मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि व्रत करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 07 Dec 2023 08:17 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Masik Shivratri 2023: मार्गशीर्ष महीने में मासिक शिवरात्रि 11 दिसंबर को है। यह पर्व हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इसके अगले दिन मार्गशीर्ष अमावस्या है। मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है। विवाहित और अविवाहित महिलाएं मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत रखती हैं। धार्मिक मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि व्रत करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। ज्योतिषियों की मानें मार्गशीर्ष मासिक शिवरात्रि पर दुर्लभ सुकर्मा और सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। इन योग में महादेव की पूजा करने से कई गुना फल प्राप्त होता है। आइए, शुभ मुहूर्त एवं योग जानते हैं-
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शुभ मुहूर्त
मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 11 दिसंबर को सुबह 07 बजकर 10 मिनट पर शुरू होगी और 12 दिसंबर को सुबह 06 बजकर 24 मिनट पर समाप्त होगी।
सर्वार्थ सिद्धि योग
मासिक शिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण दोपहर 12 बजकर 14 मिनट पर हो रहा है, जो अगले दिन समाप्त होगा। सर्वार्थ सिद्धि योग 12 दिसंबर को प्रातः काल 07 बजकर 04 मिनट पर समाप्त होगा। इस योग में भगवान शिव की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होगी।सुकर्मा योग
मासिक शिवरात्रि पर सुकर्मा योग का निर्माण संध्याकाल 08 बजकर 59 मिनट तक है। इस दौरान शिव जी की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। इस दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 53 मिनट से लेकर 12 बजकर 35 मिनट तक है। साथ ही गोधूलि बेला संध्याकाल 05 बजकर 22 मिनट से लेकर 05 बजकर 50 मिनट तक है।