Move to Jagran APP

Mauni Amavasya ke Upay: मौनी अमावस्या पर करें ये अद्भुत उपाय, पितृ दोष से मिलेगी मुक्ति

Mauni Amavasya ke Upay सनातन धर्म में मौनी अमावस्या का दिन बेहद विशेष माना जाता है। इस साल यह 9 फरवरी को मनाई जाएगी। इस शुभ दिन पर लोग कई प्रकार के अनुष्ठान और विधियां करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान अगर कुछ उपाय किए जाए तो इससे पितरों को मुक्ति मिल जाती है। तो चलिए जानते हैं -

By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Mon, 29 Jan 2024 12:05 PM (IST)
Hero Image
Mauni Amavasya ke Upay: मौनी अमावस्या पर करें ये उपाय
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Mauni Amavasya ke Upay: सनातन धर्म में अमावस्या तिथि बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह माघ माह में मनाई जाती है। इस साल यह 9 फरवरी को मनाई जाएगी। इस मौके पर लोग कई प्रकार के अनुष्ठान और विधियां करते हैं।

ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान अगर कुछ उपाय किए जाए, तो इससे पितरों को मुक्ति मिल जाती है। तो आइए जानते हैं -

यह भी पढ़ें: Aaj ka Panchang 29 January 2024: आज है सकट चौथ का पर्व, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय, यहां पढ़ें दैनिक पंचांग

मौनी अमावस्या पर करें ये उपाय

दान और पुण्य करें

मौनी अमावस्या के दिन दान-पुण्य का विशेष महत्व है। इस दिन जरूरतमंदों को खाना खिलाने और उन्हें जरूरत का सामान देने से पितरों की कृपा प्राप्त होती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन (Mauni Amavasya ke Upay) जरूरतमंदों को तेल, कंबल, दूध, चीनी, शक्कर, अनाज और पैसों का दान देना अच्छा होता है।

पशु-पक्षियों को कराएं भोजन

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मौनी अमावस्या के दिन पशु-पक्षियों को भोजन अवश्य कराना चाहिए। ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं। साथ ही जीवन में आ रही मुश्किलों से निजात मिलता है।

सूर्य देव को जल चढ़ाएं

मौनी अमावस्या के दिन भगवान सूर्य को अर्घ्य देना बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा करने से पितृ दोष से निजात मिलता है, लेकिन जल देते समय इस बात का ध्यान रखें कि कलश तांबे का हो और जल में फूल, रोली, अक्षत, गुड़ शामिल हो। यह उपाय बेहद कारगर है।

इस मंत्र का करें जाप

मौनी अमावस्या के दिन इस मंत्र ''ॐ आद्य-भूताय विद्महे सर्व-सेव्याय धीमहि। शिव-शक्ति-स्वरूपेण पितृ-देव प्रचोदयात्'' का जाप 108 बार करें। ऐसा करने से पितृ प्रसन्न रहते हैं। साथ ही घर से पितृ दोष समाप्त होता है। इस बात का ध्यान रहे मंत्र का जाप भाव के साथ करें।

यह भी पढ़ें: Sakat Chauth 2024: सकट चौथ के दिन क्या करना चाहिए? यहां जानें

डिसक्लेमर-'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'