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Mokshada Ekadashi 2023: मोक्षदा एकादशी पर घर ले आएं ये 4 चीजें, चमक उठेगा सोया हुआ भाग्य

मोक्षदा एकादशी के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। इस दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु जी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि मोक्षदा एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को सभी दुखों से निजात मिलती है। साथ ही पूर्वजों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।मोक्षदा एकादशी 22 दिसंबर 2023 को है।

By Jagran NewsEdited By: Pravin KumarUpdated: Tue, 12 Dec 2023 06:15 PM (IST)
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Mokshada Ekadashi 2023: एकादशी पर घर ले आएं ये 4 चीजें
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Mokshada Ekadashi 2023: सनातन धर्म में मोक्षदा एकादशी का खास महत्व है। हर महीने में 2 एकादशी तिथि पड़ती है। मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोक्षदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। सनातन पंचांग के अनुसार, मोक्षदा एकादशी 22 दिसंबर को है। इस तिथि पर भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। इस शुभ अवसर पर जगत के पालनहार भगवान विष्णु जी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि मोक्षदा एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को सभी दुखों से निजात मिलती है। साथ ही सुख, सौभाग्य और आय में बढ़ोतरी होती है। अगर आप भी अपने जीवन में खुशहाली, शांति और आय में वृद्धि चाहते हैं, तो मोक्षदा एकादशी के दिन 4 चीजें घर जरूर ले आएं-

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सफेद हाथी

यदि आप भगवान विष्णु जी का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं, तो मोक्षदा एकादशी के दिन सफेद हाथी की मूर्ति घर ले आएं। मान्यता के अनुसार, सफेद हाथी की प्रतिमा घर में रखने से वास्तु दोष दूर होता है। सफेद हाथी भगवान विष्णु जी का प्रिय है।

कामधेनु गाय

अगर आप घर की सुख-समृद्धि को हमेशा बरकरार रखना चाहते हैं, तो मोक्षदा एकादशी के अवसर पर कामधेनु गाय की मूर्ति स्थापित कर पूजा-अर्चना करें। शास्त्रों के अनुसार, चिरकाल में समुद्र मंथन के दौरान क्षीर सागर से कामधेनु गाय प्रकट हुई थीं।

मछली की प्रतिमा

भगवान विष्णु जी के 10 अवतारों में से प्रथम अवतार मत्स्य हैं। अतः मोक्षदा एकादशी के दिन चांदी से बनी मछली की मूर्ति घर ले आएं और उसे घर की उत्तर दिशा में स्थापित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में सुख और समृद्धि आती है।

तुलसी

धर्म शास्त्रों में बताया गया है कि एकादशी के दिन माता तुलसी की पूजा-अर्चना करने से भगवान विष्णु जी प्रसन्न होते हैं। तुलसी को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। इस दिन तुलसी दल तोड़ने की मनाही है। मोक्षदा एकादशी के अवसर पर आप तुलसी का पौधा जरूर घर ले आएं। इससे मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

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Author- Kaushik Sharma

डिसक्लेमर:'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'