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Monday Motivation: जीने की नई राह दिखाते हैं ये सकारात्मक और अनमोल विचार, जरूर करें आत्मसात

Monday Motivation वीकेंड पर परिवार वालों और दोस्तों के साथ समय बिताने के बाद लोग अपने काम पर लौट रहे हैं। हालांकि कुछ लोग फैसले लेते समय असमंजस में रहते हैं उन्हें समझ नहीं आता है कि उनके लिए क्या सही है? कुल मिलाकर कहें तो सभी लोग हफ्ते की शुरुआत शानदार ढंग से करना चाहते हैं। इसके लिए आप इन सकारात्मक विचारों का अनुसरण कर सकते हैं।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Mon, 24 Jul 2023 07:00 AM (IST)
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Monday Motivation: जीने की नई राह दिखाते हैं ये सकारात्मक और अनमोल विचार, जरूर करें आत्मसात

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Monday Motivation: आज सावन महीने का तीसरा सोमवार है। इस दिन से हफ्ते की शुरुआत होती है। वीकेंड पर परिवार वालों और दोस्तों के साथ समय बिताने के बाद लोग अपने काम पर लौट रहे हैं। सप्ताह को खास बनाने के लिए लोग कुछ नया करने की सोचते हैं। हालांकि, कुछ लोग फैसले लेते समय असमंजस में रहते हैं, उन्हें समझ नहीं आता है कि उनके लिए क्या सही है? कई लोग करियर और कारोबार में तरक्की पाने के लिए गंभीर विचार करते हैं। कुल मिलाकर कहें तो सभी लोग हफ्ते की शुरुआत शानदार ढंग से करना चाहते हैं। इसके लिए आप इन सकारात्मक विचारों का अनुसरण कर सकते हैं। महापुरुषों के ये अनमोल विचार जीने की नई राह दिखाते हैं। आइए, अनमोल विचार जानते हैं-

अनमोल विचार

1.

हम जितना अध्ययन करते हैं, उतना ही हमें अपने अज्ञान का आभास होता जाता है।

2.

उठो और जागो और तब तक रुको नहीं जब तक कि तुम अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेते।

3.

एक समय में एक काम करो, और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमे डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ।

4.

जब कर्म करते समय फल का ख्याल मन में न आए, तो समझ लें कि आप सही रास्ते पर हैं।

5.

एक विचार लो। उस विचार को अपना जीवन बना लो, उसके बारे में सोचो उसके सपने देखो, उस विचार को जीवन का आधार बना लो। उस विचार को छोड़ सभी विचारों को किनारे रख दो। यही सफल होने का तरीका है।

6.

जब हम विनम्रता में महान होते हैं, तभी हम महानता के सबसे करीब होते हैं।

7.

मैं सोया और स्वप्न देखा कि जीवन आनंद है। मैं जागा और देखा कि जीवन सेवा है. मैंने सेवा की और पाया कि सेवा आनंद है।

8.

एक निर्धारित लक्ष्य और कभी न बुझने वाले जोश के साथ अपने मिशन पर काम करने वाला शरीर ही इतिहास के पाठ्यक्रम को बदलता है।

9.

“अपनी गलती को स्वीकारना झाड़ू लगाने के समान हैं”, जो सतह को चमकदार और साफ कर देती है।

10.

हमारी मासूमियत जितनी बड़ी होती है, हमारी ताकत उतनी ही बड़ी होती है और हमारी जीत को मजबूत करती है।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।