Chandra Gochar 2024: नए साल पर इन 4 राशियों की चमकेगी किस्मत, प्राप्त होगा भोलेनाथ का आशीर्वाद
ज्योतिषियों की मानें तो सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने से कुंडली में चंद्रमा मजबूत होता है। कुंडली में चंद्रमा मजबूत होने से व्यक्ति हमेशा प्रसन्नचित रहता है। साथ ही शुभ कार्यों में सफलता मिलती है। इसके अलावा माता जी की सेहत भी अच्छी रहती है। वर्तमान समय में चंद्र देव कर्क राशि में विराजमान हैं और जल्द राशि परिवर्तन करेंगे।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 28 Dec 2023 01:28 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Chandra Gochar 2024: सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित होता है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। ज्योतिषियों की मानें तो सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने से कुंडली में चंद्रमा मजबूत होता है। कुंडली में चंद्रमा मजबूत होने से व्यक्ति हमेशा प्रसन्नचित रहता है। साथ ही शुभ कार्यों में सफलता मिलती है। इसके अलावा, माता जी की सेहत भी अच्छी रहती है। वर्तमान समय में चंद्र देव कर्क राशि में विराजमान हैं और जल्द राशि परिवर्तन करेंगे। इससे राशि चक्र की सभी राशियों पर भाव अनुसार प्रभाव पड़ेगा। इनमें 4 राशि के जातकों को सर्वाधिक लाभ प्राप्त होगा। आइए, इन राशियों के बारे में जानते हैं-
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चंद्र राशि परिवर्तन
ज्योतिषियों की मानें तो चंद्र देव 31 दिसंबर को प्रातः काल 05 बजकर 42 मिनट पर कर्क राशि से निकलकर सिंह राशि में गोचर करेंगे। इस राशि में चंद्र देव 06 बजकर 27 मिनट तक रहेंगे। इसके पश्चात, सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में गोचर करेंगे।
4 भाग्यशाली राशियां
कर्क राशि के स्वामी चंद्र देव हैं और आराध्य भगवान शिव हैं। इस राशि पर चंद्र देव की कृपा बरसेगी। चंद्रमा के राशि परिवर्तन से कर्क राशि को सर्वाधिक लाभ होगा। इस राशि के धन भाव को चंद्र देव देखेंगे। अतः कारोबार में लाभ होगा। जॉब के लिए ऑफर मिल सकता है। साथ ही मानसिक तनाव से भी निजात मिलेगी। इसके अलावा, तुला, वृश्चिक और धनु राशि के जातकों को भी चंद्र के राशि परिवर्तन से लाभ मिलेगा। तुला राशि को अचानक से धन लाभ होगा। वहीं, वृश्चिक राशि के जातकों को करियर में लाभ मिलेगा। जबकि, धनु राशि के जातकों को भाग्य का साथ मिलेगा। इन 4 राशियों को भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होगा।यह भी पढ़ें: Paush Amavasya 2024: कब है पौष अमावस्या? नोट करें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि एवं महत्वडिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।