Mulank 6 Jyotish: आज से इन जातकों की चमकेगी फूटी किस्मत, जरूर आजमाएं ये उपाय
अंक ज्योतिष (Mulank 6 Jyotish) और टैरो कार्ड रीडर पल्लवी एके शर्मा की मानें तो आज यानी 24 नवंबर (24 November 2024 Numerology) का दिन मूलांक 06 के जातकों का शानदार रहने वाला है। आज का दिन आपके लिए और भी खास बन सकता है। यदि आप एंजल की सलाह का पालन करते हैं तो इससे जातक का जीवन खुशहाल होगा।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। 24 November 2024 Numerology Prediction: ज्योतिष शास्त्र का अंक ज्योतिष को एक महत्वपूर्ण अंग माना गया है। इसकी सहायता से जातक अपने भविष्य से जुड़ी कई बातों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि व्यक्ति का मूलांक जन्मतिथि से ज्ञात किया जाता है। अंक ज्योतिष के अनुसार, आज यानी 24 नवंबर (Numerology 24 November) का दिन मूलांक 06 के जातकों का शानदार रहने वाला है। जिन लोगों का जन्म 6, 15, या 24 तारीख को होता है। उनका मूलांक 06 (Mulank 6 Jyotish) होता है। इनका स्वामी ग्रह शुक्र को माना जाता है, जो प्रेम, वैभव और धन के कारक माने जाते हैं। ऐसे में अंक ज्योतिष और टैरो विशेषज्ञ पल्लवी एके शर्मा से चलिए जानते हैं कि आज एंजल्स के किन नियम का पालन करना चाहिए?
एंजल्स की इस सलाह का करें पालन
- जीवन में अपनी प्रतिज्ञा और जिम्मेदारियों का ध्यान रखें।
- अपने परिवार और स्वयं के लिए उनके संदेशों को समझें।
- संबंध की ओर पूरा ध्यान केंद्रित करें।
- संतुलन बनाए रखने के लिए प्रयास करें।
- आज से कार्य की शुरुआत कर सकते हैं।
- विचारों और भावनाओं का मूल्यांकन करें।
- लंबे समय से लंबित मुद्दों पर काम करें।
- अपने पालन-पोषण करने वाले स्वभाव और अपनी देखभाल का उपयोग भविष्य के लिए करें।
- अपने आनंद उन कामों में लें, जो आपको संतुष्टि देते हैं।
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इन कार्यों से बनाएं दूरी
- लालची होना।
- बेवजह किसी के काम में घुसना।
आज कुछ सेकंड के लिए बिना रुके इसका जाप करें - "मैं एक चमकता हुआ प्रकाश हूं, हर सुबह मैं चमकता हूं। ''
इन मंत्रों का करें जप
- ॐ नमः शिवाय
- ॐ गं गणपतये नमः
- नमः शिवाय
- ॐ हुं हनुमते नमः
- हनुमान चालीसा का पाठ करें।
शुक्र मंत्र
- ऊँ ह्रीं श्रीं शुक्राय नम:
- ऊँ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:
- ऊँ वस्त्रं मे देहि शुक्राय स्वाहा
- ऊँ शुं शुक्राय नम:
- ऊँ हिमकुन्दमृणालाभं दैत्यानां परमं गुरुम
- सर्वशास्त्रप्रवक्तारं भार्गवं प्रणमाम्यहम ।।
- “ॐ भृगुराजाय विद्महे दिव्य देहाय धीमहि तन्नो शुक्र प्रचोदयात्”।।
- ऊँ अन्नात्परिस्रुतो रसं ब्रह्मणा व्यपिबत क्षत्रं पय: सेमं प्रजापति:।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।