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Samay Mata Mandir: समय माता के दर्शन से होती है संतान की प्राप्ति, जानें-मंदिर के बारे में सबकुछ

Samay Mata Mandir स्थानीय निवासियों का कहना है कि पूर्व में इस जगह पर एक नीम का पेड़ था। उस समय लोग नीम के पेड़ की पूजा किया करते थे। तकरीबन सौ वर्ष पूर्व स्थान पर लोगों को एक दिव्य ज्योत जलती दिखाई दी थी।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Fri, 31 Mar 2023 09:55 AM (IST)
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Samay Mata Mandir: समय माता के दर्शन से होती है संतान की प्राप्ति, जानें-मंदिर के बारे में सबकुछ

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Samay Mata Mandir: हिंदी पंचांग के अनुसार, वर्ष में चार नवरात्रि मनाने का विधान है। इनमें दो गुप्त नवरात्रि हैं। इसके अलावा, चैत्र और आश्विन महीने में भी नवरात्रि मनाई जाती है। इस मौके पर मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। इस दौरान श्रद्धालु मां के दर्शन और आशीर्वाद हेतु तीर्थ स्थलों की धार्मिक यात्रा करते हैं। देशभर में कई प्रमुख तीर्थ स्थल हैं। जहां मां आदिकाल से विराजती हैं। इनमें एक समय माता मंदिर है। यह मंदिर उत्तर प्रदेश के बस्ती में है। इस मंदिर की प्रसिद्धि दूर-दूर तक है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता के दर पर मत्था टेकने आते हैं। धार्मिक मान्यता है कि मां के दर्शन मात्र से साधक की दिली इच्छा पूरी हो जाती है। खासकर, नि:संतान दंपति पर माता रानी की विशेष कृपा बरसती है। उनकी कृपा से नि:संतान दंपति को दर्शन मात्र से संतान की प्राप्ति होती है। इसके लिए मंदिर में बड़ी भीड़ रहती है। आइए, इस मंदिर के बारे में सबकुछ जानते हैं-

कहां है समय माता मंदिर?

समय माता मंदिर उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर बस्ती-डुमरियागंज मार्ग पर स्थित है। इस मंदिर के प्रति स्थानीय लोगों की अगाध श्रद्धा है। समय माता मंदिर को सिद्ध मंदिर के रूप में भी जाना जाता है।

कैसे पहुंचे समय माता मंदिर ?

अगर आप दिल्ली से बैड़वा समय माता मंदिर जाना चाहते हैं, तो निकटतम विमानतल कुशीनगर है। वहीं, रेल से आप पहुंच बस्ती सकते हैं। बस्ती रेलवे स्टेशन से सड़क मार्ग के जरिए आप बैड़वा समय माता मंदिर जा सकते हैं।

बैड़वा समय माता मंदिर

स्थानीय निवासियों का कहना है कि पूर्व में इस जगह पर एक नीम का पेड़ था। उस समय लोग नीम के पेड़ की पूजा किया करते थे। तकरीबन सौ वर्ष पूर्व स्थान पर लोगों को एक दिव्य ज्योत जलती दिखाई दी थी। उस समय से यह स्थल आस्था का केंद्र है। बड़ी संख्या में लोग माता के दर्शन और आशीर्वाद हेतु दूर-दूर से आते हैं। धार्मिक मान्यता है कि माता के दर पर आने वाले श्रधालुओं की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

डिसक्लेमर-'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '