Nag Panchami 2023: नाग पंचमी के दिन करें ये खास उपाय, कालसर्प दोष से मिलेगी मुक्ति
Nag Panchami 2023 कुंडली में काल सर्प दोष होने पर व्यक्ति को तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इससे छुटकारा पाने के लिए आप नाग पंचमी पर कुछ विशेष उपाय कर सकते हैं। हिंदू धर्म में नाग पंचमी का विशेष महत्व है। आइए जानते हैं कि किन उपायों को करने से व्यक्ति को काल सर्प दोष से मुक्ति मिल सकती है।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Mon, 07 Aug 2023 11:32 AM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Nag Panchami 2023: वैदिक पंचांग के अनुसार, हर साल श्रावण मास के कृष्ण एवं शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन नाग पंचमी पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष के सावन माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी 21 अगस्त को मनाई जाएगी। इस दिन भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करने के लिए कई लोग व्रत आदि भी रखते हैं।
नाग पंचमी का महत्व
शिव भगवान आभूषण की तरह गले में नाग को धारण करते हैं। नाग पंचमी पर जीवन में सुख-समृद्धि, खेतों में फसलों की रक्षा के लिए नाग देवता की पूजा की जाती है। नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करके उन्हें दूध पिलाने का विशेष महत्व है। ऐसा करने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर दया दृष्टि बनाए रखते हैं। साथ ही नाग पंचमी के दिन पूरे विधि-विधान से नाग देवता की पूजा और कुछ विशेष उपाय करने से व्यक्ति को काल सर्प दोष से मुक्ति मिलती है।
क्या होता है कालसर्प दोष
कुंडली में राहु और केतु के अशुभ स्थिति के कारण कालसर्प दोष का निर्माण होता है। जब कुंडली में राहु और केतु आमने-सामने आ जाते हैं और बाकी 7 ग्रह इनके दूसरी तरफ हो जाते हैं, तब कालसर्प दोष लगता है। कुंडली में कालसर्प दोष के निर्माण से जातकों पर अन्य ग्रहों के द्वारा पड़ रहे शुभ प्रभाव कम हो जाते हैं। जिसके कारण व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।मुक्ति के उपाय
नाग पंचमी के दिन शिवलिंग पर तांबे के लोटे से ही जल चढ़ाएं। इसके अलावा आप पीतल के लोटे का भी प्रयोग कर सकते हैं। नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने के बाद उन्हें दूध, मिठाई और फल अर्पित करें। इस दिन भगवान शिव को बेलपत्र जरूर अर्पित करें साथ ही नाग देवता की विधिवत पूजा करें।
करें शिव तांडव स्तोत्र का पाठ
नाग पंचमी के दिन बरगद या पीपल के पेड़ के नीचे नाग देवता के लिए दूध रखें। ऐसा माना जाता है कि अगर नाग देवता आपके द्वारा रखा हुआ दूध पी लेते हैं तो इससे पुण्य फल की प्राप्ति होती है। कालसर्प दोष से पीड़ित व्यक्ति को भगवान भोलेनाथ की पूजा करनी चाहिए और शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'