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Nag Panchami 2024: कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के चमत्कारी उपाय, कार्यों में पड़ रहा विघ्न होगा दूर

सनातन धर्म में नाग पंचमी के दिन का बहुत महत्व है। इस दौरान लोग नाग देवता की पूजा करते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार नाग पंचमी शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है जिसमें नाग देवता की विधिपूर्वक पूजा करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। साथ ही अक्षय फलों की प्राप्ति होती है। बता दें इस साल यह पर्व 9 अगस्त को मनाया जाएगा।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Mon, 29 Jul 2024 11:58 AM (IST)
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कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के खास उपाय
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। नाग पंचमी का दिन बेहद शुभ माना जाता है। यह दिन नाग देवता की पूजा के लिए समर्पित है। यह पर्व हर साल श्रावण माह के शुक्ल पक्ष के पांचवें दिन पूरी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इस साल यह 09 अगस्त 2024, दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा। ऐसी मान्यता है कि इस दिन ज्यादा से ज्यादा धार्मिक कार्य और दान-पुण्य करना चाहिए। इससे जीवन की सभी मुश्किलों का अंत होता है।

वहीं, इस मौके (Nag Panchami 2024) पर कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के कुछ अचूक उपाय बताए गए हैं, जो बहुत ही कारगर हैं, तो आइए जानते हैं -

कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के खास उपाय

  • ज्योतिषियों की मानें तो अगर कोई जातक कालसर्प दोष से पीड़ित है, तो इसका निवारण अनिवार्य है। इसके लिए निकटतम प्राचीन शिव मंदिर में भी निवारण करा सकते हैं। इसके अलावा, सावन सोमवार समेत शुभ तिथियों पर गंगाजल में काले तिल मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करना उत्तम माना जाता है।
  • साथ ही हर सोमवार पर भगवान शिव का काले तिल मिश्रित गंगाजल से अभिषेक करें। इसके पश्चात, कच्चे दूध से अभिषेक करें। अंत में गंगाजल में सुगंध और शहद मिलाकर अभिषेक करें। इस समय निम्न मंत्र का जप करें। इस उपाय को करने से कालसर्प दोष का प्रभाव कम हो जाता है।
  • ॐ क्रौं नमो अस्तु सर्पेभ्यो कालसर्प शांति कुरु कुरु स्वाहा |
  • नाग पंचमी (Nag Panchami) के दिन कालसर्प दोष से छुटकारा पाने के लिए नाग देवता की विधि अनुसार पूजा करें। सबसे पहले उनकी प्रतिमा को गंगाजल से साफ करें। फिर उनके सामने घी का दीपक जलाएं। रोली का तिलक लगाएं। फूलों की माला अर्पित करें। ऐसा करने से आपकी कुंडली से कालसर्प दोष का प्रभाव धीरे-धीरे कम होगा।
  • नाग पंचमी के दिन सबसे पहले पवित्र स्नान करें। इसके बाद किसी पवित्र नदी में जाकर नाग-नागिन का चांदी का जोड़ा प्रवाहित करें। ऐसा करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलेगी। साथ ही जीवन में तमाम मुश्किलों से छुटकारा मिलेगा। हालांकि इस दौरान आपको अपना मन और तन दोनों ही पवित्र रखना होगा।

नाग पंचमी का पूजा मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल नाग पंचमी की पूजा 9 अगस्त, 2024 को सुबह 05 बजकर 46 मिनट से लेकर सुबह 08 बजकर 25 मिनट के बीच होगी। यह समय नाग देवता की पूजा के लिए बहुत विशेष माना जा रहा है। ऐसे में समय का ध्यान रखते हुए इस दिन की खास पूजा करें। ताकि पूजा का पूर्ण फल प्राप्त हो सके।

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अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''