Move to Jagran APP

Nag Panchami 2024: नाग पंचमी के दिन शिवलिंग पर क्या चढ़ाएं, जिससे बनी रहे महादेव की कृपा

नाग पंचमी के पर्व को हिंदू धर्म में बहुत ही विशेष माना गया है। भगवान शिव अपने गले में नाग धारण किए हुए हैं। वहीं नाग पंचमी तिथि पर भगवान शिव की आराधना करना भी बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि नाग पंचमी के दिन शिवलिंग पर क्या अर्पित करना चाहिए ताकि महादेव की कृपा साधक पर बनी रहे।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Thu, 08 Aug 2024 10:42 AM (IST)
Hero Image
Nag Panchami 2024 नाग पंचमी के दिन शिवलिंग पर क्या चढ़ाएं?
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर नाग पंचमी का पर्व मनाया जाता है। ऐसे में साल 2024 में नाग पंचमी का पर्व शुक्रवार, 09 अगस्त को मनाया जा रहा है। इस तिथि नाग देवता की पूजा का विधान तो है ही। साथ ही भगवान शिव की आराधना करना भी लाभदायक माना जाता है।

जल अर्पित करने से मिलेंगे ये लाभ

माना जाता है कि शिवलिंग पर जल अर्पित करने मात्र से महादेव प्रसन्न हो जाते हैं। ऐसे में नाग पंचमी पर शिवलिंग का जलाभिषेक जरूर करना चाहिए। ध्यान रखें कि जल अर्पित करने के लिए हमेशा तांबे के लोटे का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे जीवन में आ रही है सभी प्रकार की समस्याएं दूर हो सकती हैं।

शिवलिंग पर अर्पित करें ये चीजें

नाग पंचमी के दिन शिव जी की पूजा के दौरान शिवलिंग पर बेलपत्र जरूर अर्पित करना चाहिए। शिव जी को बेलपत्र अति प्रिय माना गया है। इससे व्यक्ति की दरिद्रता दूर होती है और सौभाग्य में वृद्धि होती है। बेलपत्र के साथ-साथ आप शिवलिंग पर धतूरा भी चढ़ा सकते हैं। इससे साधक की धन संबंधी समस्याएं दूर हो सकती हैं।

यह भी पढ़ें - Nageshwar Jyotirlinga: कैसे हुई नागेश्वर ज्योतिर्लिंग की स्थापना? अर्पित किए जाते हैं धातु से बने नाग-नागिन

बनी रहेगी सुख-समृद्धि

अगर आप नाग पंचमी के विशेष अवसर पर शिवलिंग पर कच्चा दूध अर्पित करते हैं, तो इससे साधक के सभी प्रकार के भय दूर होते हैं और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। इसके साथ ही आप शिव जी को शहद भी अर्पित कर सकते हैं। शहद अर्पित करने से व्यक्ति कठिन-से-कठिन कार्य में सफलता मिलने लगती है। ध्यान रहे कि शिवलिंग पर ये चीजें अर्पित करते समय ओम नमः शिवाय का जाप जरूर करते रहें।

यह भी पढ़ें - Nag Panchami 2024: नाग पंचमी की पूजा के दौरान करें इस स्तोत्र का पाठ, काल सर्प दोष होगा दूर 

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।