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Nag Panchami 2024: नाग पंचमी पर क्यों नहीं बनती रोटी? यहां जानें धार्मिक कारण

नाग पंचमी को हिंदू धर्म में विशेष महत्व दिया गया है। ब्रह्म पुराण में वर्णन मिलता है कि ब्रह्मा जी ने सांपों को नाग पंचमी के दिन पूजे जाने का वरदान दिया था। इस तिथि को लेकर कई मान्यताएं मौजूद हैं जिनमें से एक यह भी है कि इस तिथि पर रोटी नहीं बनानी चाहिए। चलिए जानते हैं इससे जुड़ा धार्मिक कारण।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Wed, 07 Aug 2024 11:02 AM (IST)
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Nag Panchami 2024 नाग पंचमी पर क्यों नहीं बनती रोटी? (Picture Credit: Freepik)

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर नाग पंचमी मनाई जाती है। इस साल नाग पंचमी का पर्व शुक्रवार, 09 अगस्त को मनाया जाएगा। इस तिथि भगवान शिव के साथ-साथ नाग देवता की पूजा का भी विधान है। रोटी भारतीय व्यंजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन नाग पंचमी के दिन रोटी बनाना शुभ नहीं माना जाता। चलिए जानते हैं इसका कारण।

नाग पंचमी का महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नाग पंचमी पर नाग देवता की पूजा-अर्चना से साधक के जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। साथ ही इस दिन खेतों में फसलों की रक्षा के लिए भी नाग देवता की पूजा की जाती है। नाग पंचमी के दिन नाग देव की आराधना से भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।

इसलिए नहीं बनती रोटी

नाग पंचमी के दिन लोहे से बनी चीजों का इस्तेमाल करना वर्जित माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रोटी बनाने के लिए जिस तवे का इस्तेमाल किया जाता है उसे नाग के फन से जोड़कर देखा जाता है। ऐसे में नाग पंचमी पर चूल्हे पर तवा रखने से नाग देवता नाराज हो सकते हैं। साथ ही तवे को राहु के प्रतीक के रूप में भी देखा जाता है और नाग पंचमी पर इसके इस्तेमाल से कुंडली में राहु ग्रह का प्रभाव बढ़ सकता है। ऐसे में नाग पंचमी पर तवे पर रोटी बनाने से व्यक्ति को जीवन में कई तरह की मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है।

इन तिथियों पर भी नहीं बनती रोटी

नाग पंचमी के अलावा हिंदू धर्म में कुछ और भी ऐसी तिथियां है, जब रोटी बनाना शुभ नहीं माना जाता है। शीतला अष्टमी के दिन मां शीतला की पूजा का विधान है। इस दिन माता शीतला को बासी खाने का भोग लगाया जाता है और इसे ही प्रसाद को सभी को ग्रहण किया जाता है। इसलिए इस दिन रोटी बनाना की मनाही होती है। वहीं कई मान्यताओं के अनुसार, दीवाली, मकर संक्रांति और शरद पूर्णिमा जैसे अवसरों पर भी रोटी बनाने की मनाही होती है।

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।