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Narmada Jayanti 2024: नर्मदा नदी में स्नान के होते हैं अद्भुत लाभ, इस खास दिन पर जरूर लगाएं डुबकी

देवी नर्मदा (Narmada Jayanti 2024) के स्पर्श मात्र से लोगों के बड़े से बड़े पाप समाप्त हो जाते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार नर्मदा जयंती हर साल माघ माह में शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाती है। इस साल यह16 फरवरी को मनाई जाएगी। तो चलिए इस खास मौके पर नर्मदा नदी में स्नान करने से क्या लाभ होते हैं इसके बारे में जानते हैं ?

By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Thu, 15 Feb 2024 02:09 PM (IST)
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Narmada Jayanti 2024: नर्मदा नदी में स्नान के लाभ
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Narmada Jayanti 2024: सनातन धर्म में देवी नर्मदा की पूजा बहुत ही फलदायी मानी जाती है। ऐसा कहा जाता है कि उनके स्पर्श मात्र से लोगों के बड़े से बड़े पाप समाप्त हो जाते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, नर्मदा जयंती हर साल माघ माह में शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाती है। इस साल यह पर्व 16 फरवरी को मनाया जाएगा। तो चलिए इस खास मौके पर नर्मदा नदी में स्नान के लाभ के बारे में जानते हैं -

नर्मदा नदी में स्नान के लाभ

  • ऐसा कहा जाता है कि नर्मदा नदी में स्नान करने से व्यक्ति के सारे पाप समाप्त हो जाते हैं। साथ ही अक्षय फलों की प्राप्ति होती है।
  • पौराणिक कथाओं के अनुसार, नाग के राजाओं ने मिलकर देवी नर्मदा को यह वरदान दिया था कि नर्मदा नदी में स्नान करने वाले जातक को मोक्ष की प्राप्ति होगी।
  • जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष है उन्हें नर्मदा नदी में चांदी से बने नाग-नागिन का जोड़ा प्रवाहित करना चाहिए। इससे कालसर्प दोष से छुटकारा मिलता है।
  • नर्मदा जयंती के दिन नर्मदा नदी में स्नान करना बेहद शुभ माना जाता है। साथ ही इस दिन नर्मदा अष्टक का पाठ करना भी बेहद कल्याणकारी होता है।
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नर्मदा जयंती का धार्मिक महत्व

माघ माह में शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को नर्मदा माता का जन्म हुआ था, जिसे लोग नर्मदा जयंती के नाम से भी जानते हैं। इस दिन भक्त नर्मदा नदी की पूजा करते हैं, जिससे उनके जीवन में शांति और समृद्धि आती है। साथ ही शुभ फलों की प्राप्ति होती है, जो लोग मां की विशेष कृपा चाहते हैं उन्हें इस दिन का उपवास जरूर रखना चाहिए।

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डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।