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Nautapa 2024: कब से शुरू हो रहे हैं नौतपा? इस दौरान किए गए कार्यों से प्रसन्न होंगे सूर्य देव

नौतपा यानि नौ दिन की भीषण गर्मी क्योंकि यह एक ऐसा समय है जब सूर्य की किरणें सीधे धरती पर पड़ती हैं। लेकिन इस दौरान धरती के तपने के कारण अच्छी बारिश होने की संभावना भी बढ़ जाती है। इस दौरान सूर्य देव की उपासना का विशेष महत्व माना गया है। तो चलिए जानते हैं कि इस दौरान किस प्रकार सूर्य देव को प्रसन्न किया जा सकता है।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Fri, 17 May 2024 11:05 AM (IST)
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Nautapa 2024 कब से शुरू हो रहे हैं नौतपा?
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Nautapa 2024 Date: वैशाख माह की शुरुआत से ही गर्मी की भी शुरुआत हो जाती है। लेकिन हर साल ज्येष्ठ माह में नौ दिन ऐसे माने जाते हैं जब भीषण गर्मी पड़ती है, इन्हें नौतपा कहा जाता है। नौतपा हर साल मई और जून के बीच में लगता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि साल 2024 में कब से नौतपा की शुरुआत होगी और इस दौरान आप सूर्य देव की कृपा प्राप्ति के लिए क्या उपाय कर सकते हैं।

नौतपा 2024 का समय?

हिंदू पंचांग के अनुसार, 25 मई को प्रात 03 बजकर 16 मिनट पर सूर्यदेव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। जहां वह 08 जून, दोपहर 01 बजकर 16 मिनट तक रहने वाले हैं। इसके बाद वह मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे। ऐसे में 25 मई से ही नौतपा की शुरुआत मानी जाएगी, जो 2 जून तक रहेंगे।

ऐसे प्रसन्न होंगे सूर्य देव

ज्योतिष शास्त्र में माना गया है कि नौतपा के दौरान विधि-विधान से सूर्यदेव की उपासना करने से कुंडली में इस ग्रह की स्थिति मजबूत होती है। ऐसे में रोजाना सूर्योदय में उठकर स्नान आदि करने के बाद तांबे के लोटे में जल का अर्घ्य देते हुए सूर्य को देखें। ऐसा करने से जीवन में सकारात्मकता ऊर्जा का संचार बना रहता है।

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करें इन चीजों का दान 

नौतपा के दौरान गर्मी से बचाव के लिए जरूरतमंद और राहगीरों को पानी पिलाना चाहिए। आप इस दौरान प्याऊ भी लगवा सकते हैं। ऐसा करना भी बहुत शुभ माना जाता है। नौतपा में लोगों को शरबत, दूध, दही आदि दान करना भी बहुत पुण्यकारी माना जाता है।

साथ ही इस दौरान मौसमी फलों जैसे खरबूजा, तरबूज, आम और गुड़ या चीनी आदि का भी दान भी किया जा सकता है। नौतपा के दौरान ये सभी काम करने से साधकों को सूर्य देव की असीम कृपा प्राप्त होती है, जिससे जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।