Neem Karoli Baba: नीम करोली बाबा ने बताया कौन है असली धनवान, आप भी याद रखें ये बातें
नीम करोली बाबा एक प्रसिद्ध संत और आध्यात्मिक शिक्षक थे। उसके द्वारा दिए गए विचार आज भी लोगों के लिए प्रेरणादायक बने हुए हैं। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि धन संचय को लेकर नीम करोली बाबा ने क्या सीख दी है जिसे जीवन में अपनाकर आप भी लाभ अर्जित कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इस विषय में।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। दुनियाभर से अनुयायी नीम करोली बाबा के धाम पर पहुंचते हैं। देवभूमि उत्तराखंड में नीम करोली बाबा का कैंची धाम (Neem Karoli Baba Dham) स्थित है। वह 20वीं सदी के महान संतों में गिने जाते हैं। कई मान्यता के अनुसार, उन्हें कलयुग का हनुमान भी कहा जाता है। दूर-दूर से भक्त नीम करोली बाबा की कृपा प्राप्ति के लिए कैंची धाम पहुंचते हैं।
खाली नहीं होगी तिजोरी
नीम करोली बाबा का कहना था कि धन अर्जित करने के लिए सबसे पहले अपने धन कोष को खाली करने की जरूरी है। अर्थात जब आप अच्छे कामों के लिए धन खर्च करेंगे, तो इससे भगवान आपसे प्रसन्न रहेंगे, जिससे कभी भी आपकी तिजोरी खाली नहीं रहेगी।
व्यर्थ है ऐसा धन
नीम करोली बाबा का मानना है कि धन संचय करने वाले व्यक्ति से ज्यादा अमीर वह व्यक्ति जो अपने धन को जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए इस्तेमाल करता है। क्योंकि उनका मानना है कि पैसा बचाने वाले इंसान के पास धन ज्यादा समय तक नहीं टिकता। नीम करोली बाबा यह भी कहते हैं कि अगर धनवान होने के बाद भी आपका पैसा किसी जरूरतमंद के काम नहीं आ रहा, तो ऐसा धनवान होना व्यर्थ है।यह भी पढ़ें - Neem Karoli Baba: घर बैठे ऐसे पहुचाएं नीम करौली बाबा तक अपनी अर्जी, संकटों से मिलेगी मुक्ति
असल में कौन है धनवान
हर व्यक्ति को यह बात पता होनी चाहिए कि अपने धन का उपयोग कहां और कैसे करना है। आज के समय में हर व्यक्ति धन संचय में लगा रहता है। इस बात पर बाबा नीम करोली का कहना है कि यदि आपके अंदर अच्छा चरित्र, आचरण और ईश्वर के प्रति सच्ची भक्ति है, तो ऐसे में आप से धनवान कोई नहीं है।
यह भी पढ़ें - Kainchi Dham Mela 2024: कौन हैं नीम करोली बाबा? जिनकी देश-विदेश तक फैली है ख्यातिअस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।