New Year 2024 Upay: नव वर्ष के पहले दिन राशि अनुसार करें इन मंत्रों का जाप, सभी संकटों से मिलेगी निजात
धार्मिक मान्यता है कि भगवान शिव की पूजा करने से साधक को सभी प्रकार के सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में व्याप्त दुख और संकट दूर हो जाते हैं। अगर आप भी जीवन में व्याप्त संकटों से निजात पाना चाहते हैं तो नव वर्ष के पहले दिन विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय राशि अनुसार इन मंत्रों का जाप करें।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Tue, 26 Dec 2023 04:56 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। New Year 2024 Upay: सनातन धर्म में सोमवार के दिन देवों के देव महादेव की विशेष पूजा-उपासना की जाती है। शास्त्रों में मनोवांछित फल की प्राप्ति हेतु सोमवार का व्रत करने का विधान है। साल 2024 का प्रथम दिवस यानी पहला दिन सोमवार को पड़ रहा है। अतः मंदिरों एवं मठों को पूर्व से ही सजाया जा रहा है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। धार्मिक मान्यता है कि भगवान शिव की पूजा करने से साधक को सभी प्रकार के सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में व्याप्त दुख और संकट दूर हो जाते हैं। अगर आप भी जीवन में व्याप्त संकटों से निजात पाना चाहते हैं, तो नव वर्ष के पहले दिन विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय राशि अनुसार इन मंत्रों का जाप करें।
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राशि अनुसार मंत्र
मेष राशि के जातक नव वर्ष के पहले दिन विधि-विधान से अपने आराध्य हनुमान जी की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय निम्न मंत्र का जप करें।'ॐ नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणायसर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा'
वृषभ राशि के जातक नव वर्ष के पहले दिन जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय निम्न मंत्र का जाप करें।दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तो:स्वस्थै: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि।दारिद्र्यदु:खभयहारिणि का त्वदन्यासर्वोपकारकरणाय सदाऽऽर्द्रचित्ता॥”
मिथुन राशि के जातक नव वर्ष के पहले दिन विधि विधान से भगवान गणेश की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय गणेश मंत्र का जाप करें।
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥कर्क राशि के जातक नव वर्ष के प्रथम दिवस पर स्नान-ध्यान के बाद अपने आराध्य भगवान शिव की पूजा करें। इस समय शिव मंत्र का जाप करें।ॐ सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।
शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते।।सिंह राशि के जातक नव वर्ष के पहले दिन विधिपूर्वक जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय सूर्य मंत्र का जाप करें।ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते,अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:।कन्या राशि के जातक नव वर्ष के पहले दिन विधि-विधान से भगवान गणेश की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय गणेश मंत्र का जप करें।
ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नम:।।तुला राशि के जातक नव वर्ष के पहले दिन पूजा के समय जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय निम्न मंत्र का जाप करें।ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।वृश्चिक राशि के जातक नव वर्ष के पहले दिन हनुमान जी की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय निम्न मंत्र का जाप करें।
ॐ पूर्वकपिमुखाय पच्चमुख हनुमते टं टं टं टं टं सकल शत्रु सहंरणाय स्वाहा।धनु राशि के जातक नव वर्ष के पहले दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय निम्न मंत्र का जाप करें।शान्ताकारम् भुजगशयनम् पद्मनाभम् सुरेशम्
विश्वाधारम् गगनसदृशम् मेघवर्णम् शुभाङ्गम्।लक्ष्मीकान्तम् कमलनयनम् योगिभिर्ध्यानगम्यम्वन्दे विष्णुम् भवभयहरम् सर्वलोकैकनाथम्॥मकर राशि के जातक नव वर्ष के पहले दिन स्नान-ध्यान के पश्चात विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय निम्न मंत्र का जाप करें।ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
कुंभ राशि के जातक नव वर्ष के पहले दिन स्नान ध्यान के बाद विधि-विधान से शिवजी की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय निम्न मंत्र का जाप करें।सौराष्ट्रे सोमनाथंच श्री शैले मल्लिकार्जुनम्।उज्जयिन्यां महाकालमोंकारममलेश्वरम् ।।परल्यां वैद्यनाथं च डाकिन्यां भीम शंकरम्।सेतुबन्धे तु रामेशं नागेशं दारुका बने ।।वाराणस्या तु वश्वेशं त्र्यम्बकं गौतमी तटे ।
हिमालये तु केदारं घुशमेशं च शिवालये ।।एतानि ज्योतिर्लिंगानि सायं प्रात: पठेन्नर:।सप्त जन्म कृतं पापं स्मरणेन विनश्यति।।मीन राशि के जातक नव वर्ष के पहले दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा करें। साथ ही पूजा के दौरान निम्न मंत्र का जाप करें।मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥
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