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New Year's Day 2024: साल 2024 के पहले दिन 'आयुष्मान' योग समेत बन रहे हैं ये 3 संयोग, प्राप्त होगा कई गुना फल

नववर्ष के पहले दिन दुर्लभ आयुष्मान योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण 02 जनवरी को ब्रह्म बेला में 04 बजकर 36 मिनट तक है। ज्योतिष आयुष्मान योग को बेहद शुभ मानते हैं। इस योग में भगवान शिव की पूजा करने से अमोघ फल की प्राप्ति होती है। साथ ही घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Sun, 17 Dec 2023 05:03 PM (IST)
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New Year's Day 2024: साल 2024 के पहले दिन 'आयुष्मान' योग समेत बन रहे हैं ये 3 अद्भुत संयोग
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। New Year's Day 2024: सनातन धर्म में पौष महीने का विशेष महत्व है। इस महीने में सूर्य उत्तरायण होता है। साथ ही अंग्रेजी नववर्ष की शुरुआत पौष महीने में ही होती है। ज्योतिषियों की मानें तो साल 2024 के पहले दिन यानी 1 जनवरी को दुर्लभ आयुष्मान समेत कई अन्य शुभ संयोग बन रहे हैं। इन योग में भगवान भगवान शिव की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी। आइए, शुभ मुहूर्त, योग एवं पंचांग जानते हैं-

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तिथि

पंचांग के अनुसार, नववर्ष के पहले दिन पौष महीने के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि दोपहर 02 बजकर 28 मिनट तक है। इसके पश्चात, षष्ठी तिथि है। इस दिन सुबह 08 बजकर 36 मिनट तक मघा नक्षत्र है। इसके बाद पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र है।

योग

नववर्ष के पहले दिन दुर्लभ आयुष्मान योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण 02 जनवरी को ब्रह्म बेला में 04 बजकर 36 मिनट तक है। ज्योतिष आयुष्मान योग को बेहद शुभ मानते हैं। इस योग में भगवान शिव की पूजा करने से अमोघ फल की प्राप्ति होगी।

करण

नववर्ष के प्रथम दिवस पर तैतिल करण का योग बन रहा है। इस योग का निर्माण दोपहर  02 बजकर 28 मिनट तक है। इसके पश्चात, गर करण का निर्माण होगा। ज्योतिष दोनों करण को शुभ मानते हैं।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

सूर्योदय - सुबह 07 बजकर 14 मिनट पर

सूर्यास्त - शाम 17 बजकर 35 मिनट पर

चन्द्रोदय- रात 10 बजकर 25 मिनट पर

चंद्रास्त- सुबह 10 बजकर 51 मिनट पर

पंचांग

ब्रह्म मुहूर्त - 05 बजकर 25 मिनट से 06 बजकर 19 मिनट तक

विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 08 मिनट से 02 बजकर 49 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 32 मिनट से 06 बजे तक

निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 57 मिनट से 12 बजकर 52 मिनट तक

अशुभ समय

राहुकाल - सुबह 08 बजकर 31 मिनट से 09 बजकर 49 मिनट तक

गुलिक काल - दोपहर 01 बजकर 42 मिनट से 03 बजे तक

दिशा शूल - पूर्व

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डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।