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Shiv Puja Upay: मनोकामना कहते हुए शिवलिंग में चढ़ाएं बस ये एक चीज, सफलता पाने के साथ हो जाएंगे मालामाल

Shiv Puja Upay हिंदू शास्त्रों में भगवान शिव को प्रसन्न करने के कई उपाय और नियम बताए गए हैं। इन्हीं उपायों में से एक उपाय ऐसा है जिसे घर में शिव जी जल्द प्रसन्न होंगे और व्यक्ति की हर मनोकामना पूर्ण करेंगे।

By Shivani SinghEdited By: Shivani SinghUpdated: Wed, 01 Mar 2023 11:54 AM (IST)
Shiv Puja Upay: मनोकामना कहते हुए शिवलिंग में चढ़ाएं बस ये एक चीज, सफलता पाने के साथ हो जाएंगे मालामाल
Shiv Puja Upay: मनोकामना कहते हुए शिवलिंग में चढ़ाएं चावल

नई दिल्ली, Shiv Puja Upay: भगवान शिव को जगकर्ता और दुखहर्ता माना जाता है। भगवान शिव सृष्टि का संचालन करने के साथ-साथ संहारक का रूप भी धर लेते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भोले बाबा  की विधिवत पूजा करने से वह जल्द ही व्यक्ति की हर इच्छा को पूरा करके हैं। इसके साथ ही हर दुख-दर्द और पाप से मुक्ति मिल जाती है। भगवान शिव को जलाभिषेक, रुद्राभिषेक करने के साथ-साथ कई चीजों अर्पित की जाती है। इन्हीं में से एक चीज है चावल। मान्यता है कि भगवान शिव को अक्षत चढ़ाने से वह जल्द प्रसन्न हो जाते हैं। आइए जानते हैं कि किस तरह से शिवलिंग में अक्षत चढ़ाने से वह हो जाते हैं जल्द प्रसन्न।

ऐसे चढ़ाएं शिवलिंग पर चावल

सबसे पहले साफ 108 चावल के दाने गिन लें। इस बात का ध्यान रखें कि वह टूटे हुए न हो। इसके बाद शिव मंदिर जाएं और शिवलिंग सबसे पहले जल चढ़ाएं। इसके बाद फूल, बेलपत्र आदि चढ़ाने के साथ चंदन का लेप लगाएं। इसके बाद हथेली में  में 108 चावल के दाने लेकर चंदन का लेप जहां पर लगाया है वहां पर इन्हें एक साथ अर्पित कर दें। इसके साथ ही अपनी मनोकामना कहें। ऐसा करने से आपकी जल्द ही इच्छा हो जाएगी।

माना जाता है शुभ

धार्मिक शास्त्रों में अक्षत को बहुत ही पवित्र चीजों में से एक माना जाता है। साबुत कच्चे चावल देवी-देवता को चढ़ाने से शुभ फलों की प्राप्ति होने के साथ आर्थिक लाभ मिलता है।  पूजा में अक्षत चढ़ाने का भाव यह है कि हमारा पूजा भी अक्षत की तरह पूर्ण हो, इसमें किसी भी तरह की बाधा न आएं।

सुख-समृद्धि

चावल को अन्न में सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। इसके साथ ही सफेद रंग को शांति का प्रतीक माना जाता है। चावल चढ़ाते समय भगवान से प्रार्थना की जाती है कि उसके सभी कार्य पूरे हो जाएं और जीवन में सुख-समृद्धि के साथ शांति बनी रहे।

न चढ़ाएं खंडित चावल

अक्षत को पूर्णता का प्रतीक माना जाता है। इसलिए कभी भी देवी-देवता को टूटा हुआ चावल नहीं चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से धन लाभ के साथ मान-सम्मान प्राप्त होता है।

Pic Credit- Freepik

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।