Paan Ke Upay: पान के पत्ते के इन उपाय से सभी समस्या होगी दूर, नजर दोष से मिलेगा छुटकारा
धार्मिक मत है कि देवी-देवताओं ने समुद्र मंथन के दौरान जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा पान के पत्ते से की थी। तभी से पूजा-पाठ में पान के पत्ते का प्रयोग करने की परंपरा चली आ रही है। सनातन धर्म में ज्योतिष शास्त्र का अधिक महत्व है। शास्त्र में पान के पत्ते से संबंधित उपाय का वर्णन किया गया है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Paan Ke Upay: सनातन धर्म में देवी-देवताओं की उपासना करने का विधान है। इस दौरान पूजा-पाठ में विशेष चीजों को शामिल किया जाता है। इनमें पान का पत्ता भी शामिल है। पान के पत्ते को ताजगी और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि पान के पत्ते से उपाय करने से इंसान के जीवन की परेशानियों का अंत होता है और नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति मिलती है। चलिए इस आर्टिकल में जानते हैं पान के पत्ते के चमत्कारी उपाय के बारे में।
यह भी पढ़ें: Vastu Upay: इसलिए नहीं लेना चाहिए कॉर्नर वाला घर, बढ़ सकती हैं परेशानियां
पान के पत्ते के उपाय (Paan Ke Patte Ke Upay)
- अगर आपके परिवार में किसी सदस्य को किसी इंसान की बुरी नजर लग गई है, तो ऐसे में नजर लगने वाले व्यक्ति को पान के पत्ते में गुलाब की 7 पंखुड़ियां रखकर खिलाएं। इस उपाय को करने से बुरी नजर का प्रभाव दूर होता है क्योंकि पान के पत्ते में सकारात्मक ऊर्जा पाई जाती है।
- अगर आप मनचाही मुरादें पूरी करना चाहते हैं, तो मंगलवार या शनिवार के दिन स्नान कर मंदिर जाएं। अगर ऐसा संभव नहीं है, तो घर में ही भगवान हनुमान जी की पूजा करें। इसके बाद उन्हें पान का बीड़ा अर्पित करें। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस उपाय को करने से बजरंगबली प्रसन्न होते हैं और जीवन की सभी परेशानियों का अंत होता है।
- अगर आप लंबे समय से बिजनेस में नुकसान का सामना कर रहे हैं, तो शनिवार के दिन 8 पान के पत्ते और 5 पीपल के साबुत डंडीदार पत्ते को धागे में पिरो दें। इसके बाद इसे दुकान में पूर्व दिशा में बांध दें। यह उपाय 5 शनिवार तक लगातार करें। इसके बाद पत्तों को बहते जल में प्रवाहित कर दें। मान्यता है कि इस टोटके को करने से बिजनेस में वृद्धि होती है।
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पूजा के दौरान भगवान शिव को पान पत्ते में गुलकंद, सुपारी का बुरादा और सौंफ डालकर अर्पित करने से जातक की मनोकामनाएं पूरी होती हैं और महादेव की कृपा प्राप्त होती है।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।