Palmistry: हाथ की हर उंगली खोलती है आपके कई राज, तरक्की के लिए कर सकते हैं ये उपाय
Hast Rekha Shastra सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार व्यक्ति के अंगों की बनावट तिल और निशान आदि को देखकर उसके जीवन और भविष्य से जुड़ी कई बातों का अनुमान लगाया जा सकता है। ठीक इसी तरह व्यक्ति की उंगलियों के आकार और बनावट से भी उसके व्यक्तित्व के कई राज पता किए जा सकते हैं। आइए जानते हैं कि इस विषय में हस्तरेखा शास्त्र क्या कहता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Palmistry: हस्तरेखा शास्त्र एक ऐसा विज्ञान है, जिसमें व्यक्ति की हथेली को देखकर उसके बारे में कई चीजें पता लगाई जा सकती हैं। ऐसे में व्यक्ति की हाथों की उंगलियां भी उसके भविष्य के कई राज खोलती हैं। साथ ही ज्योतिष शास्त्र में हर उंगली से संबंधित कुछ उपाय भी बताए गए हैं, जिन्हें करने से व्यक्ति को कई समस्याओं से राहत मिल सकती है।
अंगूठा (Thumb)
अंगूठे को दो भागों में बांटकर इसका अध्ययन किया जाता है। अंगूठे का पहला भाग इच्छा शक्ति प्रतिनिधित्व करता है तथा दूसरा भाग तर्क शक्ति का केंद्र माना गया है। यदि किसी व्यक्ति के अंगूठे का पहला पर्व लंबा हो, तो उसकी इच्छा शक्ति प्रबल मानी जाती है। वहीं, अगर अंगूठे का दूसरा पोर पहले हिस्से से बड़ा हो, तो ऐसा व्यक्ति तर्क या बहस ज्यादा करता है। अगर अंगूठे का पहला तथा दूसरा पोर लगभग बराबर हो, तो ऐसा व्यक्ति हर काम सोच-समझकर करता है।
तर्जनी उंगली (Index Finger)
अंगूठे के बगल वाली उंगली तर्जनी उंगली कहलाती है। यह व्यक्ति के नेतृत्व के गुण को दर्शाती है। माना जाता है कि जिस व्यक्ति की तर्जनी उंगली जितनी लंबी और सीधी होती है, वह व्यक्ति जीवन में उतनी ही उन्नति करता है। वहीं, तर्जनी उंगली अगर अनामिका उंगली के बराबर होती है, तो ऐसे व्यक्ति को चालाक माना जाता है। माना जाता है कि तर्जनी उंगली में सोने की अंगूठी पहनने से व्यक्ति को बाधाओं से मुक्ति मिल सकती है।मध्यमा उंगली (Middle Finger)
हाथ के बीच वाली और सबसे लंबी उंगली मध्यमा उंगली होती है। हस्तरेखा शास्त्र में इस उंगली से व्यक्ति के काम करने की क्षमता, रोजगार और करियर का पता लगाया जाता है। माना जाता है कि यह उंगली जितनी लंबी होती है व्यक्ति को करियर में उतनी ही सफलता मिलती है। वहीं, अगर किसी व्यक्ति मध्यमा उंगली, अनामिका से छोटी हो, तो उसे जीवन में काफी संघर्ष का सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति को इस उंगली में लोहे का छल्ला धारण करना चाहिए।
अनामिका उंगली (Ring Finger)
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, सगाई के दौरान हाथ की अनामिका उंगली में ही अंगूठी पहनाई जाती है। ऐसे में यह उंगली व्यक्ति की सेहत और भावनाओं से जुड़ी होती है। इस उंगली के लंबे होने पर व्यक्ति को जीवन में सफलता मिलती है। यदि व्यक्ति की अनामिका उंगली में किसी प्रकार की दिक्कत होती है, तो ऐसे में जातक ये उपाय कर सकता है। इसके लिए रोजाना रोज सूर्य को जल अर्पित करें।कनिष्ठा उंगली (Little Finger)
हाथ की सबसे छोटी उंगली कनिष्ठा उंगली कहलाती है। हस्तरेखा शास्त्र में इस उंगली से जातक की आर्थिक स्थिति और बौद्धिक स्तर की पहचान की जाती है। माना जाता है कि कनिष्ठा उंगली जितनी लंबी होती है, व्यक्ति उतना ही बुद्धिमान होता है और कार्यक्षेत्र में सफलता हासिल करता है।यदि किसी व्यक्ति की कनिष्ठा उंगली का आकार ठीक नहीं होता या टेढ़ा-मेढ़ा होता है, तो इससे व्यक्ति को जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में उस व्यक्ति को हर दिन गणेश जी की पूजा करनी चाहिए। साथ ही पूजा के दौरान उन्हें दूर्वा जरूर अर्पित करें।
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