Panchak 2022: मार्च माह के अंत में लग रहे हैं पंचक, बिल्कुल भी न करें ये काम
Panchak 2022 मार्च माह के अंत में एक बार फिर से पंचक लग रहे हैं। बता दें कि 1 मार्च से छह मार्च तक भी पंचक लगे थे। जानिए इन पांच दिनों में कौन से काम करने की है मनाही।
By Shivani SinghEdited By: Updated: Tue, 22 Mar 2022 12:00 PM (IST)
नई दिल्ली, Panchak 2022: सनातन धर्म में किसी भी मांगलिक काम को करने से पहले शुभ या अशुभ मुहूर्त का विशेष ध्यान रखा जाता है। क्योंकि माना जाता है कि अशुभ समय में काम करने से व्यक्ति को सफलता नहीं प्राप्त होती है। इसी तरह हर माह 5 दिनों के लिए कुछ मांगलिक काम करने की मनाही होती है। इन 5 दिनों को पंचक नाम से जाना जाता है। इस बार पंचक 28 मार्च से लग रहे हैं। इस दिन सोमवार को पड़ने के कारण इसे राज पंचक के नाम से जाना जाएगा। जानिए पंचक के दौरान कौन से काम करने की है मनाही।
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, राज पंचक के दौरान सरकारी कामों और संपत्ति से जुड़े कामों में अपार सफलता प्राप्त होती है। इस दिनों में इससे संबंधित काम करना शुभ होता है।कब से शुरू हो रहे हैं पंचक
28 मार्च 2022, सोमवार को रात 11 बजकर 55 मिनट से शुरू होकर 2 अप्रैल 2022, शनिवार को सुबह 11 बजकर 21 मिनट तक रहेगा।क्या है पंचक?
शास्त्रों के अनुसार, जब चंद्रमा रेवती, उत्तरा भाद्रपद, शतभिषा, पूर्वा या फिर धनिष्ठा में गोचर करता है तो पंचक की स्थिति बनती है। इसके अलावा जब चंद्रमा कुंभ या फिर मीन राशि में प्रवेश करता है तो पंचक आरंभ हो जाते हैं। पंचक की अवधि पांच दिनों की होती है।पंचक के दौरान न करें ये काम
डिसक्लेमर'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'
- शास्त्रों के अनुसार, पंचक के दौरान चारपाई नहीं बनवाना चाहिए। क्योंकि पंचक के दौरान ये काम करने से किसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
- पंचक के दौरान छत नहीं बनाना चाहिए। अगर पहले से ही बन रही है तो उसे बनने दें। माना जाता है कि पंचक के दौरान छत बनवाने से वहां रहने वाले व्यक्तियों के बीच किसी न किसी बात को लेकर क्लेश होता रहता है।
- पंचक के दौरान दक्षिण दिशा की ओर यात्रा के लिए नहीं जाना जाता है। क्योंकि यह दिशा पितरों की होती है। इसलिए इस दिशा की ओर यात्रा करना अशुभ माना जाता है।
- पंचक के दौरान नवविवाहित दुल्हन को विदा करना अशुभ माना जाता है।
- पंचक के दौरान लकड़ी नहीं काटनी चाहिए और न ही लकड़ी से संबंधित वस्तुएं खरीदनी चाहिए।
डिसक्लेमर'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'